Unified Pension Scheme: देश में पिछले कुछ चुनाव ऐसे रहे हैं जहां पेंशन का मुद्दा काफी अहम रहा है. यहां तक की लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से लेकर कुछ विधानसभा के चुनाव में भी ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) या कहें पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की बात कांग्रेस (Congress) पार्टी कहती रही है. कांग्रेस पार्टी के अलावा विपक्ष के कुछ दल भी नई पेंशन योजना की जगह पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग करते रहे हैं. यहां तक की जहां जहां कांग्रेस पार्टी की राज्य में सरकारें थी वहां पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की कांग्रेस की सरकारों घोषणा भी कर दी है. इन राज्यों में राजस्थान (Rajasthan), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh), झारखंड (Jharkhand), पंजाब (Punjab) और हिमाचल (Himachal Pradesh) की सरकारें शामिल हैं. लेकिन अब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Government) यूनिफाइड पेंशन योजना लेकर आई है. इस योजना के साथ नरेंद्र मोदी सरकार ने कांग्रेस पार्टी के नेहले पर दहला मार दिया है. यहां तक कि पीएम मोदी (PM Modi) के कदम की कर्मचारी यूनियन के नेता शिवगोपाल मिश्रा ने भी खुलकर तारीफ की है. आखिर इस स्कीम की इतनी तारीफ क्यों हो रही है, ये समझने के लिए आपको UPS यानि यूनिफाइड पेंशन स्कीम (Unified Pension Scheme) और पुरानी पेंशन स्कीम में अंतर समझना होगा. चलिए हम आपको UPS से कर्मचारियों को होने वाले 5 फायदों के बारे में बताते हें.