India China Relations: हालात इशारा कर रहे हैं कि अब वर्ल्ड ऑर्डर रूस से तय होगा. अगर ऐसा हुआ तो ये अमेरिका के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं होगा. रूस और यूक्रेन का युद्ध रुका तो ट्रंप इसका क्रेडिट बेशक ले सकते हैं लेकिन इसका असल फायदा उन्हें नहीं मिलेगा. फायदा मिलेगा भारत को क्योंकि अमेरिका टैरिफ वाली तनातनी से पहले चीन को साधने के लिए भारत का सहारा लेता था. इस डिप्लोमेसी पर वॉशिंगटन ने ने 20 साल खर्च कर दिए लेकिन भारत से अमेरिकी तनातनी ने दक्षिण एशिया का पूरा इक्वेशन बदल दिया.