एक व्यक्ति के लिए कोई बेकार चीज दूसरे के लिए खजाना साबित हो सकती है. लेकिन जब कपड़े और फुटवियर जैसी बुनियादी जरूरतें किसी के लिए खजाना बन जाती हैं, तो एक तरह से खाई पाटी जाती है. शहरी इलाकों का अनुप्रयुक्त सामान का इस्तेमाल करके गूंज और ग्रीनसोल गांव की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं.