सम्पूर्ण क्रांति के नायक जय प्रकाश नारायण वो नायक जिनके एक आहवान पर लाखों युवा निकल आए। इंदिरा गांधी की सरकार तक गिर गई। इमरजेंसी के ख़िलाफ़ वो जमकर लड़े और 1977 में जनता पार्टी की सरकार उनके आंदोलन की ही देन रही। जयप्रकाश नारायण ने कभी पद नहीं लिया, उप प्रधानमंत्री का पद लेने की जगह वो गांव में ज़रूरतमंदों के बीच काम करने चले गए। लेकिन वक्त बदला और सत्ता के शीर्ष पर वो तमाम लोग पहुंचे जो जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति में शामिल रहे। जेपी के कई अनुयायी अलग-अलग दलों में हैं। कई राज्यों में तो आमने सामने हैं। बीजेपी के कई बड़े नेता जेपी आंदोलन से जुड़े रहे तो वहीं आरजेडी के लालू प्रसाद और बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी इसी आंदोलन से उभरे। कई राज्यों में जेपी के अनुयायी सत्ता में भी हैं और विपक्ष में भी। अब बात लखनऊ की जहां जेपी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पर सियासत तेज़ हो गई। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी मुद्दे पर आज मुक़ाबला में चर्चा करेंगे।