UP Politics: कहते हैं ग़लतियाँ दुहराई नहीं जाती हैं. पर अपनी पत्नी डिंपल वाले मामले में अखिलेश यादव ने कहीं ऐसा तो नहीं कर दिया. राजीव गांधी ने भी शाहबानो के केस में ऐसा ही किया था. कट्टरपंथी सोच के समाने झुके. मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ अखिलेश और डिंपल को खुल कर विरोध करना चाहिए था. पर सिर्फ़ इकरा हसन ने ही ऐसा किया. इकरा समाजवादी पार्टी की सांसद हैं