एलजेपी में पांच सांसदों के बगावत के बाद ड्रामा जारी है. अलग हुए गुट ने सबसे पहले चिराग पासवान को संसदीय दल के नेता पद से हटा दिया, फिर राष्ट्रीय पद से उन्हें हटाया गया. इसके बाद सूरजभान को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया है. इस बीच जवाबी कार्रवाई करते हुए चिराग पासवान ने पांच बागी सांसदों को पार्टी से निकाल दिया है. ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि तकनीकी तौर पर चिराग पासवान अध्यक्ष नहीं हैं पार्टी के और 90 फीसदी से ज्यादा पार्टी उनके साथ नहीं है, तो क्या उनका फैसला मान्य होगा?