Nitish Kumar,Chirag Paswan और Chandrababu Naidu के इफ्तार और ईद मिलन समारोहों के बहिष्कार के मुद्दे पर मुस्लिम संगठन बंटते नजर आ रहे हैं. ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस ए मुशावरत अध्यक्ष एडवोकेट फ़िरोज़ अहमद ने इसे गैर-जरूरी बताया और साफ किया कि इतना बड़ा डिसीजन से लेने से पहले किसी से राय-मशविरा नहीं किया गया और एकतरफा निर्णय ले लिया गया. फ़िरोज़ अहमद ने एनडीटीवी से कहा कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने जिस मुद्दे पर ये डिसीजन लिया है, वो मुद्दा महत्वपूर्ण है. इस मुद्दे पर मुस्लिम समाज को एकजुट होकर बात करनी चाहिए. नीतीश, पासवान और नायडू का बायकॉट करने से अच्छा है कि इनसे मिलकर बात की जाए. बात कर इन्हें कनविंस करना चाहिए. न कि बायकॉट कर उन्हें इतना मजबूर कर दें कि वो बीजेपी के साथ ही चले जाएं. सुनिए पूरी बातचीत..