5-जी सेवाओं के बावजूद बेहतर और तेज़ कनेक्टिविटी का टेलीकॉम कंपनियों का वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ है, लेकिन हाल ही में तीनों प्रमुख टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडरों ने अपने-अपने टैरिफ़ में बढ़ोतरी की है. दूरसंचार विभाग ने भी दो साल से ज़्यादा वक्त के बाद और 5-जी सेवाओं के लिए भारी निवेश किए होने का ज़िक्र करते हुए टैरिफ़ बढ़ाए जाने को जायज़ ठहराया है, लेकिन नेटवर्क की खराब क्वालिटी के बारे में उपभोक्ताएं की शिकायतें भी टैरिफ़ के अनुपात में बढ़ती जा रही हैं. मोबाइल सर्विस का हाल इतना खराब है कि लगभग 89 फ़ीसदी उपभोक्ताओं को कॉल कनेक्ट नहीं होने या कॉल कट जाने (कॉल ड्रॉप) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.