जैव विविधता (Bio diversity) जितनी ज्यादा होगी, हमारी धरती उतनी ज्यादा सुरक्षित और संतुलित होगी. यही हमारी पृथ्वी का प्रतिरक्षा तंत्र है. भारत में बाघ, शेर, तेंदुआ और ऐसे ही अन्य जंगली बिल्लियों की प्रजाति पाई जाती है. फिर इनकी भी उप प्रजातियां हैं. इस तरह से हमारे देश में जैव विविधता काफी ज्यादा है. अगर इन प्रजातियों की संख्या पर्याप्त रखनी है तो उनके लिए बायोमास (Bio Mass) का होना जरूरी है. जैसे हिरन, मृग, जंगली सुअर का भी पर्याप्त संख्या में होना आवश्यक है. इनके लिए अलग-2 घास और अन्य वनस्पति भी होनी चाहिए. लिहाजा हमारे ग्रह में जैव विविधता जितनी ज्यादा होगी, हमारा ग्रह उतना ज्यादा स्वस्थ और संतुलित होगा.