सरकार आपात प्रतिक्रिया में सुधार के लिए हेल्पलाइन नंबर 112, 181 और 1098 का एकीकरण करने पर विचार कर रही है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि इन नंबरों में से किसी पर भी कॉल करने पर एक साझा ‘इंटरफेस' (कंप्यूटर प्रोगाम) में शिकायत दर्ज की जा सकेगी. ‘इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम' (आपात प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली) भारत भर में एकल नंबर है, जिसमें आपात स्थितियों में फंसे नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 है.
वहीं हेल्पलाइन नंबर 1098 बच्चों से जुड़ा टोल फ्री नंबर है, जबकि हेल्पलाइन नंबर 181 संकट में फंसी महिलाओं को मदद पहुंचाने के लिए है. अधिकारी ने बताया कि सरकार आपात प्रतिक्रिया में सुधार के लिए हेल्पलाइन नंबरों का एकीकरण करने पर विचार कर रही है.
बताते चलें कि केंद्र सरकार ने साल 2019 में इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबरों की शुरुआत की थी. पहले इसकी शुरुआत 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए की गयी थी. गृह मंत्रालय की तरफ से निर्भया फंड के तहत इमरजेंसी रिस्पॉंस सपोर्ट सिस्टम लॉन्च की गयी थी. अब सरकार मौजूद सभी नंबरों के एकीकरण करने पर विचार कर रही है.
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