मेघालय में 11 साल बाद वैज्ञानिक और नियंत्रित तरीके से कोयला खनन की औपचारिक शुरुआत हुई है. सायंगखाम और पिंडेंगशालांग कोल ब्लॉक से कानूनी मंजूरी मिलने के बाद उत्पादन शुरू हो गया है. एनजीटी ने 2014 में अवैज्ञानिक और खतरनाक रैट-होल माइनिंग के कारण यहां कोयला खनन पर रोक लगा दी थी.