India | Edited by: समरजीत सिंह |बुधवार सितम्बर 11, 2019 04:06 AM IST भारत ने पाकिस्तान के दुर्भावनापूर्ण अभियान को दृढ़ता से खारिज करते हुए मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कहा कि जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करना भारतीय संसद का एक संप्रभु निर्णय है और देश अपने आंतरिक मामले में कोई हस्तक्षेप स्वीकार नहीं कर सकता. इस दौरान भारत ने पाकिस्तान द्वारा जलाए जा रहे राज्य प्रायोजित आतंकवाद की भी कड़े शब्दों में निंदा की. विदेश मंत्रालय के पूर्वी मामलों की सचिव विजय ठाकुर सिंह ने UNHRC के 42वें सत्र में भारत के खिलाफ पाकिस्तान के आरोपों को खारिज किया और कहा कि जो अन्य देशों में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों के बारे में बोलते हैं, वे खुद अपने देश में उनके मानवाधिकारों को कुचल रहे हैं और जब वास्तव में वे खुद षड्यंत्रकारी होते हैं तो वे स्वयं को पीड़ित बताने लगते हैं. उन्होंने पाकिस्तान की ओर स्पष्ट संकेत करते हुए कहा कि मानवाधिकारों के बहाने दुर्भावनापूर्ण राजनीतिक एजेंडे के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) का दुरुपयोग करने वालों की निन्दा किए जाने की आवश्यकता है. UNHRC प्रमुख मिशेल बैश्लेट द्वारा सोमवार को की गई टिप्पणी पर सिंह ने कहा कि भारत द्वारा हाल में जम्मू कश्मीर में उठाए गए विधायी कदम देश के संविधान के आधारभूत ढांचे के अनुरूप हैं. भारत ने UNHRC से कहा कि जम्मू-कश्मीर में धीरे-धीरे सबकुछ सामान्य हो रहा है.