भारत ने चीन के अशांत जिनजियांग क्षेत्र में मानवाधिकार की स्थिति पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में एक मसौदा प्रस्ताव पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया. UN के मानवाधिकार काउंसिल में चीन में उइगर मुस्लिम के दमन पर चर्चा के प्रस्ताव से क्यों दूर रहा भारत? क्या है इसमें संदेश?