'मंगलयान'
- 54 न्यूज़ रिजल्ट्स Science | Written by: प्रेम त्रिपाठी |बुधवार अक्टूबर 4, 2023 09:59 AM IST Mangalyaan-2 : 9 साल पहले 2014 में इसरो ने अपने पहले मार्स मिशन को रवाना किया था। अब नए मकसदों के साथ मंगलयान-2 की तैयारी की जा रही है।
Science | Written by: प्रेम त्रिपाठी |बुधवार अगस्त 30, 2023 02:09 PM IST Mars Moon Phobos : मंगलयान ने मंगल ग्रह के सबसे बड़े चंद्रमा फोबोस (Phobos) को तस्वीरों में कैद किया है।
Science | Gadgets 360 Staff |मंगलवार अक्टूबर 4, 2022 12:34 PM IST इसरो ने कहा कि मार्स ऑर्बिटर यान (Mars Orbiter) का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया है। इसे रिकवर नहीं किया जा सकता और मंगलयान मिशन का जीवन खत्म हो गया है।
India | Reported by: भाषा |सोमवार अक्टूबर 3, 2022 11:46 PM IST मंगलयान को पांच नवंबर 2013 को प्रक्षेपित किया गया था और इसे 24 सितंबर 2014 को मंगल की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया था.
India | Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया |सोमवार अक्टूबर 3, 2022 11:44 PM IST साढ़े चार सौ करोड़ रुपये की लागत वाला ‘मार्स ऑर्बिटर मिशन’ (एमओएम) पांच नवंबर, 2013 को पीएसएलवी-सी25 से प्रक्षेपित किया गया था और वैज्ञानिकों ने इस अंतरिक्ष यान को पहले ही प्रयास में 24 सितंबर, 2014 को सफलतापूर्वक मंगल की कक्षा में स्थापित कर दिया था.
Science | Written by: प्रेम त्रिपाठी |सोमवार अक्टूबर 3, 2022 12:44 PM IST Mars Mission : मंगलयान को 5 नवंबर 2013 को लॉन्च किया गया था। इस मिशन में कुल 450 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, जो ऐसे मिशनों के हिसाब से काफी कम थे। मंगल मिशन का बजट हॉलीवुड फिल्म ग्रैविटी (Gravity) से भी कम था।
India | Reported by: भाषा |रविवार अक्टूबर 2, 2022 08:45 PM IST भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सूत्रों ने कहा, ‘‘अब, कोई ईंधन नहीं बचा है. उपग्रह की बैटरी खत्म हो गई है. संपर्क खत्म हो गया है.’’
India | Reported by: भाषा |रविवार सितम्बर 26, 2021 08:02 PM IST मंगलयान, दूसरे ग्रह पर भेजा जाने वाला इसरो का पहला अभियान था और इसे पांच नवंबर 2013 को आरंभ किया गया था.
Blogs | रवीश कुमार |गुरुवार जून 3, 2021 01:41 AM IST क्या आप उन भारतीय वैज्ञानिकों के नाम जानते हैं जिन्होंने भारत में रहते हुए कोरोना के टीके की खोज की? क्या आपने उनका चेहरा देखा है जिस तरह मंगलयान के समय प्रधानमंत्री के साथ इसरो के वैज्ञानिकों को घुलते-मिलते देखा था. गया कि भारतीय वैज्ञानिकों ने टीके की खोज की है लेकिन उन भारतीय वैज्ञानिकों का ज़िक्र मन की बात में नहीं मिलता है.
India | Reported by: भाषा |शनिवार फ़रवरी 20, 2021 12:11 AM IST अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के रोवर ‘पर्सिवियरन्स’ के शुक्रवार तड़के मंगल ग्रह की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुंसधान संगठन (ISRO) के प्रमुख के. सिवन (K Sivan) ने देर शाम कहा कि ‘लाल ग्रह’ के लिए भारत का मंगलयान-2 एक ‘ऑर्बिटर’ होने की संभावना है. इसरो प्रमुख ने मंगलयान-2 के लिए कोई सटीक समय सीमा नहीं बताई. हालांकि, उन्होंने कहा कि मंगल ग्रह पर भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी का अगला अभियान चंद्रयान-3 के बाद भेजा जाएगा.
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