Blogs | मनीष शर्मा |रविवार जुलाई 11, 2021 06:31 PM IST यह सही है WTC Final से पहले भारत स्तरीय मैच प्रैक्टिस के अभाव में उतरा था. अगर स्तरीय मैच प्रैक्टिस होती भी, तो क्या होता? अगर मान लीजिए कि कप्तान विराट की इच्छानुसार तीन फाइनल भी होते, तो क्या परिणाम होता? विश्वास कीजिए करीब 60-70 प्रतिशत परिणाम लगभग वैसा ही होता जो न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में हुआ. कारण यह है कि कौशल (स्किल्स) का जन्म रातों-रात नहीं होता.