जिस ग्लैमर इंडस्ट्री की चकाचौंध किसी भी कलाकार को फर्श से अर्श पर ले जाती है, इस लाइमलाइट के पीछे की असलियत कई बार हैरान कर देने वाली होती है. आपने अक्सर कास्टिंग काउच के बारे में सुना होगा लेकिन ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि सिर्फ लड़कियां ही नहीं बल्कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का एक एक्टर भी कास्टिंग काउच का सामना कर चुका है. जी हां हम बात कर रहे हैं टेलीविजन इंडस्ट्री से अपने करियर की शुरुआत करने वाले एक्टर राजीव खंडेलवाल की जिन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में भी खूब जलवा बिखेरा है. 'कहीं तो होगा' सीरियल से घर-घर में पहचाने जाने वाले राजीव खंडेलवाल ने अपने टैलेंट और लुक्स से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है. खास तौर पर लड़कियां तो इनके लिए आज भी क्रेज़ी है. 16 अक्टूबर को अपना 48वां जन्मदिन मना रहे राजीव ने खुद इंडस्ट्री के उसे कल सच से पर्दा उठाया था जिससे पूरी फिल्म इंडस्ट्री हिल गई थी.
कभी पेंटिंग बेच कर किया था गुज़ारा
16 अक्टूबर साल 1975 को पिंक सिटी जयपुर में जन्मे राजीव खंडेलवाल आज इंडस्ट्री का जाना माना नाम बन चुके हैं. हालांकि उनका शुरुआती सफर काफी मुश्किल भरा रहा. मुंबई में संघर्ष के दौरान कई बार राजीव के पास पैसे नहीं होने पर उन्हें भूखा सोना पड़ता था. इस बीच राजीव खंडेलवाल ने कुछ दिन पेंटिंग बेचकर भी अपना गुजारा किया था. हालांकि आमना शरीफ के साथ 'कहीं तो होगा' शो ने राजीव खंडेलवाल को एक अलग पहचान दी और सफलता के सारे रास्ते खोल दिए.इसके बाद राजीव ने फिल्मों में भी करियर बनाया और 'टेबल नंबर 21', 'आमिर' 'शैतान' और 'साउंड ट्रैक' जैसी कई फिल्मों में नजर आए. 'सच का सामना' शो ने राजीव खंडेलवाल को एक अलग पहचान दी थी.
हमबिस्तर होने के ऑफर से कांप उठे थे राजीव
#मी टू के दौरान राजीव खंडेलवाल ने खुद के साथ हुई एक घटना का खुलासा किया था जिसने पूरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को हिला कर रख दिया था. राजीव ने एक डायरेक्टर पर फिल्म में काम देने के बहाने खुलेआम हमबिस्तर होने का ऑफर देने का आरोप लगाया था. उन्होंने ये भी कहा था कि पुरुषों को अपने साथ हुई ऐसी घटनाओं के बारे में बताने में डर लगता है. 'मैं खुद भी उसे वक्त घबरा गया था'.
डायरेक्टर ने कमरे में बुलाया और कहा...
कास्टिंग काउच का काला सच उजागर करते हुए राजीव खंडेलवाल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, 'जब टीवी सीरियल में मैं काम करना शुरू नहीं किया था तब मुझे एक डायरेक्टर ने फिल्म का ऑफर दिया. फिल्म साइन करने के बाद उस डायरेक्टर ने मुझे ऑफिस में बुलाया और अगली बार अपने कमरे में बुलाया. जब उसने मुझे कमरे में आने के लिए कहा तो मैंने ये कहकर मना कर दिया कि मेरी गर्लफ्रेंड बाहर मेरा इंतजार कर रही है. ये कहकर मैंने बताने की कोशिश की कि मैं स्ट्रेट हूं. हालांकि डायरेक्टर यहीं नहीं रुका और उसने मुझे धमकाते हुए कहा कि, 'तुम टीवी में काम करने आए नए लड़के हो और मुझे मना कर रहे हो'. ये बात सुनकर मुझे इस बात का एहसास हुआ कि मेरी जगह कोई लड़की होती तो कैसा महसूस होता.
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