नवजोत सिंह सिद्धू ने किसान आंदोलन को लेकर किया ट्वीट, बोले- वही नाग बन बैठे हमें काट खाने को...

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने किसानों को लेकर एक ट्वीट किया है, जो सबका खूब ध्यान खींच रहा है.

नवजोत सिंह सिद्धू ने किसान आंदोलन को लेकर किया ट्वीट, बोले- वही नाग बन बैठे हमें काट खाने को...

नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने किसान आंदोल को लेकर किया ट्वीट

खास बातें

  • नवजोत सिंह सिद्धू ने किसान बिल को लेकर किया ट्वीट
  • कांग्रेस नेता ने कहा कि जिसे हार समझा था गला सजाने को...
  • नवजोत सिंह सिद्धू का ट्वीट हुआ वायरल

कृषि विधेयक (Farm Bill) को लेकर संसद से सड़क तक का प्रदर्शन जारी है. जहां एक तरफ किसान पंजाब-हरियाणा (Punjab-Haryana) समेत देश के अन्य हिस्सों में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं विपक्ष भी इस मुद्दे को लेकर लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. इसी बीच कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने किसानों और किसान आंदोलन को लेकर एक ट्वीट किया है, जो सबका खूब ध्यान खींच रहा है. अपने ट्वीट में उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए लिखा कि जिन्हें हम हार समझे थे गला अपना सजाने को, वही अब नाग बन बैठा हैं हमे काट खाने को. नवजोत सिंह सिद्धू का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है. 

नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने किसानों (Farmers) को लेकर लगातार ट्वीट किये. अपने एक ट्वीट में उन्होंने किसानों की आवाज के तौर पर एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "आवाज-ए-किसान: जिन्हें हम हार समझे थे गला अपना सजाने को, वही अब नाग बन बैठे हैं हमें काट खाने को." उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर भी जमकर कमेंट कर रहे हैं. इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, "काले बिल पास, पूंजीपतियों की कमाई का रास्ता साफ. किसान की राह में कांटे, पूंजीपतियों की राह में फूल, भारी पड़ेगी भूल..." बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा कई कलाकारों ने भी किसान बिल को लेकर आपत्ति जताई. 

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किसानों को लेकर हरियाणा की देसी क्वीन सपना चौधरी ने भी पोस्ट शेयर की थी. इसके साथ ही उन्होंने मीडिया पर भी गुस्सा जाहिर किया था रविवार को राज्यसभा में जोरदार हंगामे के बीच कृषि से संबंधित दो विवादित बिलों को मंजूरी दे दी गई. जिसके बाद देश के कई किसान संगठन और राजनीतिक दल विरोध में सड़कों पर उतर आए. मोदी सरकार जहां इन विधेयकों (New Farm Bill) को किसानों को सशक्त बनाने का माध्यम बता रही है तो वहीं विपक्ष और लाखों की संख्या में किसान यह मानकर विरोध कर रहे हैं कि इस विधेयक के बाद किसान कॉरपोरेट घरानों के आगे मजबूर हो जाएंगे.