दीया और बाती हम की आईपीएस अफसर बहू संध्या बींदणी का किरदार निभाकर फेमस होने वाली एक्ट्रेस दीपिका सिंह अब नए रोल और रुप में दर्शकों से रुबरू होने वाली हैं. इस बार वह स्टार प्लस नहीं बल्कि कलर्स टीवी के सीरियल मंगल लक्ष्मी में नजर आएंगे, जिसके प्रोमो इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा के विषय बने हुए हैं. वहीं अब NDTV से बातचीत करते हुए उन्होंने मंगल लक्ष्मी में अपने किरदार और पर्सनल लाइफ के बारे में बात की है.
सवाल- नया सीरियल किस बारे में हैं और इसकी थीम क्या है?
जवाब- यह कहानी दो बहनों के खूबसूरत रिश्ते के बारे में है. जहां मंगल, जो चाहती है कि उसकी छोटी बहन लक्ष्मी को ऐसा घर मिले जहां उसे सम्मान करने वाला पति हो. जैसा कि प्रोमो में है कि वह घर का काम तो करेगी ही मगर बदले में चाहिए चुटकी भर सम्मान. जो कि कहीं ना कहीं हम अपने समाज और भारतीय घर परिवार में देखते हैं कि जो महिलाएं चाहे काम करने वाली हो या ना हों वह जो बलिदान दे रही हैं वो कई बार नजरअंदाज हो जाता है. तो कहीं ना कहीं महिलाओं को वह सम्मान मिले अगर वह घर का काम कर रही है तो वह रिस्पेक्ट कम नहीं होनी चाहिए. उस विषय पर यह शो है. यह बहुत खूबसूरत है, जो मैने अभी तक फिल्मों या सीरियल में नहीं देखा.
सवाल- लंबे वक्त के बाद टीवी पर वापसी को लेकर क्या कहना चाहेंगी?
जवाब- मैं वापसी करके बेहद खुश हूं. मुझे लगता है कि हमें वह काम तब ही करना चाहिए जब तक आपको उसकी चाहत ना हो. आज मैं परफॉर्म करना चाहती हूं. मैं भगवान की शुक्रगुजार हूं कि मुझे यह रोल मिला. कलर्स और सीरियल की टीम का, जिनके कारण मुझे यह किरदार निभाने का मौका मिला. मैं उनका धन्यवाद करती हूं.
सवाल - लंबे वक्त से आपको शो मिल नहीं रहे थे या ऑफर नहीं हो रहे थे?
जवाब- नहीं नहीं टीवी से मुझे हमेशा से प्यार और सम्मान मिला है और ऐसा कभी नहीं हुआ है. मुझे बहुत से बेहतरीन शो ऑफर हुए हैं, जिसके कारण मुझे घर पर भी बहुत डांट पड़ती थी कि क्यों तुम ऑफ एक्सेप्ट नहीं कर रही हो. लोग तुम्हें गलत समझेंगे कि हर शो को ना क्यों बोल रही हो. लेकिन कहीं ना कहीं मुझे लगता था कि मैं कुछ गलत नहीं कर रही हूं. मैं यूनिवर्सल पॉवर पर यकीन रखती हूं और मैं क्लासिकल डांस सीखना चाहती थी, जो कि मैंने किया. इसके साथ मैं अपने बेटे पर भी ध्यान दे पाई.
सवाल- आपने बीच में एक फिल्म भी की थी तो क्या फर्क लगा टीवी और मूवीज में?
जवाब- मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि रोहित ने एक खूबसूरत फिल्म लिखी, जिसमें मैने मौसमी का किरदार निभाया. मेरे पति जो राइटर और डायरेक्टर हैं. लेकिन उनके वजह से मुझे रोल नहीं मिला. यह सब प्रोड्यूसर की सहमति से हुआ, जिन्होंने ये नहीं सोचा कि मैं टीवी एक्टर हूं तो फिल्मों में नहीं कर सकती हूं. उनका शुक्रिया. वह लो बजट फिल्म थी. इसीलिए उसका प्रमोशन नहीं हो पाया. लेकिन 25 फिल्म फेस्टिवल में उस फिल्म ने अवॉर्ड जीते हैं. कमर्शियली फिल्म ना हिट हो लेकिन क्रिटिक्स ने तारीफ की है और एक्टिंग के लिए सराहना मिली है.
सवाल- जैसा कि मंगल लक्ष्मी में आपके पति का रोल थोड़ा रुड है लेकिन क्या रियल लाइफ में कभी ऐसा हुआ है कि पति से ओपनियन ना मिले और आपको अपने हिसाब से चीजें करने ना मिले?
जवाब- मैं स्ट्रॉन्ग हूं और शादी से पहले भी मैं अकेले ही सशक्त और फाइनेंशिली स्टेबल थी और कहीं ना कहीं मैं लड़ाई करने से दूर ही रहती हूं. इसलिए मैं बहुत सम्मान से चीजें लेती हूं. मेरे पति मेंटोर की तरह हैं क्योंकि मैने उनके साथ काम किया है. अगर मुझे उनकी बात सही लगती है तो मैं मानती हूं और बदलाव लाने की कोशिश करती हूं. लेकिन अगर मुझे सही बात नहीं लगती तो मैं अपने लिए खड़ी रहती हूं. मैं हां हां करके नहीं चलती हूं. मेरी स्ट्रॉन्ग सोच है. मेरी आवाज है.
सवाल- आपका इससे पहले सीरियल टॉप पर था तो क्या ये भी टीआरपी में जगह बना पाएगा?
जवाब- टेंशन तो चैनल और प्रोड्यूसर्स को होता है हम तो एक्टर हैं. बतौर एक्टर मेरा काम यही है कि अपने रोल को दिल से निभाना और वह मैं कर रही हूं. मेरी टीम में डायरेक्टर और को एक्टर्स सभी बहुत मेहनत कर रहे हैं. मैं बता नहीं सकती कि पिछले दो महीने से हमने चैन से नींद ली होगी. चाहे वह मेरी टीम हो या पीआर टीम. और सब जब इतनी मेहनत करते हैं तो सक्सेस रेट बढ़ जाता है और इसे सक्सेसफुल होने से कोई रोक नहीं सकता. बाकी लोगों का प्यार है, जो अभी तक मिलता आया है और आगे भी मिलेगा.
सवाल- डेब्यू से अब तक में क्या चैलेंज देखने को मिला है?
जवाब- यह नई सीखने की चीज है. हर दिन चैलेंजिग लगता है और आज भी मुझे नर्वस फील होता है. लेकिन कहीं ना कहीं इतने साल काम करने के बाद एक्सपीरियंस बढ़ जाता है और बहुत सारी चीजें नेचुरली बढ़ जाती है. तो वो एक्सपीरियंस काम करता है. लेकिन हर दिन एक नई जर्नी है.
सवाल- आप इंडस्ट्री में काफी समय से हैं तो कोई बुरा एक्सपीरियंस शेयर किया, जिसे आप बता सकती हैं?
जवाब- नहीं बुरा एक्सपीरियंस याद ही नहीं रहता मुझे. लगता नहीं कि मेरे साथ कुछ बुरा हुआ है.
सवाल- कास्टिंग काउच क्या कभी फेस किया है?
जवाब- मैने कभी ऐसा कुछ फेस नहीं किया. लेकिन दिल्ली में एक-दो लोगों से मुझे इंटेशन्स गलत लगी थीं. लेकिन कास्टिंग काउच जैसा नहीं था. मैंने वहां से पढ़ाई की है. इसीलिए जरुरी है कि लोगों की वाइब पहचानना आना चाहिए. कहीं ना कहीं बातों से पता लग जाता है कि वह महिलाओं को गलत तरीके से ले रहे हैं. टचवुड ऐसा कुछ सामना नहीं किया.
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