India's First Daily Soap: बड़ी बड़ी एलईडी के आने से पहले छोटा सा रहा बुद्धु बक्सा यानी कि टीवी खुद में ढेरों इतिहास समेटे हुए हैं. टीवी का घरों में आना और फिर उस पर दूरदर्शन का प्रसारण होना अपने आप में एक यादगार दौर की कहानी है. 70 के दशक में अधिकांश घरों तक टीवी पहुंच गया था और 80 के दशक से सीरियल्स बनना शुरु हो गए थे. पहला टीवी सीरियल अब से कुछ 39 साल पहले साल 1984 में प्रसारित हुआ था नाम था जिसका नाम था 'हम लोग'. इस शो के नाम की तरह घर के सब लोग एक साथ बैठ कर इस सीरियल को देखा करते थे.
दूरदर्शन पर आया था देश का पहला टीवी सीरियल
हम लोग की शुरूआत टीवी पर 7 जुलाई 1984 से हुई. एक मध्यमवर्गीय परिवार की इच्छाओं की कहानी और जज्बातों का सैलाब समेटे ये सीरियल रोज रात को नौ बजे टेलिकास्ट होता था. ये शो इंडिया में जितना पसंद किया गया मॉरिशस में भी उतना ही हिट रहा. खास बात ये थी कि उस दौर में मीडिल क्लास फैमिली जिन मुश्किलों से गुजरती दिखी, वो हालात आज भी अपने से ही लगते हैं. इस शो की एक और खास बात थी आखिर में अशोक कुमार का नजर आना. ये दिग्गज कलाकार हर शो के बाद उसे कनक्लूड करता था. आखिर में हम लोग कहने का उनका स्टाइल भी काफी हिट रहा था.
दूरदर्शन के धारावाहिक की यह थी स्टारकास्ट
उस दौर में ये सीरियल कई बड़े कलाकारों को लेकर बना था. इस मल्टीस्टार कास्ट वाले शो में विनोद नागपाल ने बसेसर राम का यादगार किरदार निभाया. उनकी पत्नी बनी थी जयश्री अरोड़ा, जिनके किरदार का नाम था भागवंती. राजेश पुरी लल्लू नाम के कॉमिक किरदार में थे. हमलोग की गुणवंती सीमा पहवा अब भी फिल्मों में एक्टिव देखी जा सकती हैं. सुषमा सेठ और उनकी बेटी दिव्या सेठ दोनों ने शो में अहम किरदार अदा किए. आसिफ शेख और मनोज पाहवा भी शो का हिस्सा रहे. इन दोनों आसिफ शेख भाभी जी घर पर है सीरियल से भी काफी ज्यादा पहचाने जाते हैं.
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