
'सूरमा (Soorma)' में दिलजीत दोसांझ और तापसी पन्नू हॉकी खिलाड़ियों के रोल में हैं
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शाद अली हैं 'सूरमा' के डायरेक्टर
तापसी पन्नू भी हैं फिल्म में
दिलजीत दोसांझ ने निभाया है लीड किरदार
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'सूरमा' की कहानी अर्जुन पुरस्कार विजेता एक ऐसे सूरमा की है जिसकी प्रतिभा को उसका बड़ा भाई खेतों में पहचानता है और वो प्रतिभा है ड्रैग फ्लिक. संदीप ने 145.5 किलोमीटर की गति से ड्रैग फ्लिक कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था. ये कहानी दर्शकों के बीच लानी लाजिमी है जिसे निर्देशक शाद अली ने अच्छे से दिखाया है. कहानी की रफ्तार अच्छी है. बायोपिक होने के बावजूद फिल्म को मनोरंजक रखने की कोशिश की गई है जिसके लिए कास किरदार है एक कोच का जिसे विजय राज ने निभाया है. फिल्म की पटकथा और कई डायलॉग्स अच्छे हैं. संदीप सिंह की भूमिका को दिलजीत दोसांझ ने अच्छे से निभाया है. कहीं कहीं उनकी मासूमियत भरे दृश्य मनोरंजन देते हैं.
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फिल्म कहीं-कहीं थोड़ी ड्रैग या धीमी भी लगती है मगर मुझे लगता है कि कहानी और किरदारों को इस्टेब्लिश करने के लिए शायद जरूरी था. 'सूरमा' की एक और कमजोरी है और वो मुझे लगता है हॉकी के खेल को शूट करना. स्पोर्ट्स पर आधारित फिल्मों में अकसर मैच के दौरान एक्साइटमेंट देखा जाता है जैसे 'लगान', 'चक दे! इंडिया', 'सुल्तान' जैसी फिल्मों में तेज रफ्तार विजुअल देखे हैं. इसमें वो हिस्सा कमजोर या दांत तले उंगली दबाने वाला नहीं है. क्रिकेट प्रधान इस देश में ऐसे सूरमाओं की कहानी परदे पर आनी चाहिए. 2 घंटे 10 मिनट की ये फिल्म आपको बोर नहीं करती, ये जरूर बताती है कि प्रतिभा पहचानने की जरूरत है, हिम्मत और हौसले से कुछ भी नामुमकिम नहीं ये एक प्रेरणादायक कहानी है.
रेटिंगः 3 स्टार
डायरेक्टरः शाद अली
कलाकारः दिलजीत दोसांझ, तापसी पन्नू और विजय राज
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