राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले 16 साल के रुद्रांश ने 'शूटिंग वर्ल्ड कप' में विश्व रिकॉर्ड कायम पूरे देश को गौरान्वित किया. आज से करीब 8 साल पहले तक अपने पैरों पर दौड़ता था, साइकिल चलाता था, क्रिकेट खेलता था, मगर एक घटना के कारण उसके एक पैर खराब हो गए. ऐसे में रुद्रांश ने हिम्मत नहीं हारी है, बल्कि इतिहास रचा है. 2015 में एक शादी समारोह में आतिशबाजी में गभीर रूप से रुद्रांश जख्मी हो गया, जिसके बाद उसको अपना पैर गंवाना पड़ा था. इस हादसे से मानो उसकी जिंदगी में अंधेरा छा गया था. हालांकि, पैरेंट्स और कोच की मदद से रुद्रांश खंडेलवाल ने शूटिंग को ही अपना जीवन चुन लिया. इस खेल में वो लगातार कई नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है.
भारत के पैरा निशानेबाज रुद्रांश खंडेलवाल और निहाल सिंह ने सोमवार को विश्व निशानेबाजी पैरा खेल (डब्ल्यूएसपीएस) विश्व कप में पी4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएच-1 वर्ग में क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीता. 16 वर्षीय रुद्रांश ने इस प्रतियोगिता में फाइनल में 231.1 अंक बनाकर विश्व रिकार्ड बनाया जबकि निहाल 222.2 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहे.
जानकारी के मुताबिक, रुद्रांश खंडेलवाल एकेडमी में कोच सुमित राठी के नेतृत्व में खेलता रहा और अपने कोच व अपनी मेहनत व परिश्रम के बल पर कई राज्य राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय जगहों पर अपना रौशन करने लगा. कई मेडल अपने नाम कर लाया. अब यूरोप में आयोजित होने वाली 50 मीटर की एयर शूटिंग प्रतियोगिता में दो गोल्ड मेडल लेकर विश्व रिकॉर्ड बना लिया है. रुद्रांश ने 5 साल पुराना वर्ल्ड रिकॉर्ड 229 पॉइंट को तोड़कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड 231.1 अपने नाम किया है.
विनीता की मां विनीता कुमारी ने बताया कि वो एक निजी विद्यालय में टीचर थी तो उनको विद्यालय में खेल अधिकारी लगाया गया. जब वह छात्राओं को लोहागढ़ स्टेडियम में खिलाने गई तो उनकी मुलाकात कोच सत्य प्रकाश लुहाच से हुई. वहां एयर पिस्टल शूटिंग प्रतियोगिता चल रही थी, उसकी मां ने उस प्रतियोगिता को देखा और वहां के कोच सत्यप्रकाश लुहाच से बात की. रुद्रांश के बारे में बताया और उनसे कहा कि मेरे बच्चे का एक पैर नही है क्या मेरा बच्चा कभी ऐसे खेल पाएगा. जब खेल अधिकारी सत्य प्रकाश लुहाच ने एयर पिस्टल प्रतियोगित के बारे में बताया कि वो इस खेल आसानी से खेल सकता है.