नयी दिल्ली:
अगर आप दमे से पीड़ित हैं तो योग करने से आपको इस बीमारी से राहत मिल सकती है। एक नए अध्ययन से यह जानकारी सामने आई है। दुनियाभर में करीब 30 करोड़ लोग दमे की बीमारी से पीड़ित हैं। इसके कारण ज्यादातर लोगों को कफ, सीने में अकड़न, खांसी और सांस लेने में तकलीफ होती है।
प्रमुख शोधार्थी हांगकांग के चायनीज विश्वविद्यालय के जूयागो आंग का कहना है, "हमारे शोध से पता चला है कि योग करने से दमे से राहत मिलती है।"
यह शोध कोचरेन डेटावेस ऑफ सिस्टेमिक रिव्यू जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इस शोध में 1,048 पुरुषों व महिलाओं का अध्ययन किया गया। इनमें से ज्यादातर ट्रायल भारत, यूरोप और अमेरिका में किए गए।
ज्यादातर प्रतिभागियों को दमे की बीमारी पिछले 6 महीनों से लेकर 23 सालों से थी और कई मरीज गंभीर रूप से इस बीमारी के शिकार थे। इन पर कुल 15 अलग-अलग अध्ययन किए गए, जिनमें से 6 में योग का सांस पर असर देखा गया, जबकि 9 में योग का सांस लेने, आसन और ध्यान के असर पर अध्ययन किया गया।
ज्यादातर प्रतिभागियों को शोध के दौरान अपनी दमे की दवाई जारी रखने को कहा गया। यह अध्ययन 2 हफ्तों से लेकर चार सालों तक चला।
शोधकर्ताओं ने कुल 5 अध्ययनों में यह पाया कि योग करने से दमा का असर कम होता है और लोगों के जीवन बेहतर होता है।
यांग आगे बताते हैं, "हालांकि यह साफ नहीं है कि योग करने से क्या फेफड़ों की कार्यप्रणाली में कोई सुधार है या दवाईयों की जरुरत कम होती है। या फिर क्या योग का दमे के मरीजों पर कोई दुष्प्रभाव तो नहीं होता।"
प्रमुख शोधार्थी हांगकांग के चायनीज विश्वविद्यालय के जूयागो आंग का कहना है, "हमारे शोध से पता चला है कि योग करने से दमे से राहत मिलती है।"
यह शोध कोचरेन डेटावेस ऑफ सिस्टेमिक रिव्यू जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इस शोध में 1,048 पुरुषों व महिलाओं का अध्ययन किया गया। इनमें से ज्यादातर ट्रायल भारत, यूरोप और अमेरिका में किए गए।
ज्यादातर प्रतिभागियों को दमे की बीमारी पिछले 6 महीनों से लेकर 23 सालों से थी और कई मरीज गंभीर रूप से इस बीमारी के शिकार थे। इन पर कुल 15 अलग-अलग अध्ययन किए गए, जिनमें से 6 में योग का सांस पर असर देखा गया, जबकि 9 में योग का सांस लेने, आसन और ध्यान के असर पर अध्ययन किया गया।
ज्यादातर प्रतिभागियों को शोध के दौरान अपनी दमे की दवाई जारी रखने को कहा गया। यह अध्ययन 2 हफ्तों से लेकर चार सालों तक चला।
शोधकर्ताओं ने कुल 5 अध्ययनों में यह पाया कि योग करने से दमा का असर कम होता है और लोगों के जीवन बेहतर होता है।
यांग आगे बताते हैं, "हालांकि यह साफ नहीं है कि योग करने से क्या फेफड़ों की कार्यप्रणाली में कोई सुधार है या दवाईयों की जरुरत कम होती है। या फिर क्या योग का दमे के मरीजों पर कोई दुष्प्रभाव तो नहीं होता।"
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