ज्यादातर आप दोस्तों या परिवार के साथ ही घूमने-फिरने निकलते हैं. लेकिन कई बार बहुत से लोग खुद को तलाशने के लिए अकेले सैर पर निकल पड़ते हैं. और अगर आप अपनी पसंदीदा जगह पर जा रहे हों तो अकेले निकलने में कोई हर्ज भी नहीं. इससे ट्रैविलिंग के दौरान आपको कुछ फायदे भी होंगे. कई बार लाइफ में कुछ अलग भी करना चाहिए. यहां हम आपको बता रहे हैं वो वजहें जो आपको ट्रिप पर जाने से पहले 'सिंगल टिकट' कराने का फैसला लेने में मदद करेंगी.
1. मनमौजी होना बेस्ट है
आपको यह देखने की जरूरत नहीं कि दूसरा शख्स कब फ्री होगा या फिर उसके बाद कब पैसे आएंगे. अगर जब खुद को शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम समझते हैं, तब आप निकल सकते हैं. कॉर्डिनेशन की कोई टेंशन हीं. इंतजार में ट्रेन या बस छूटने की कोई गुंजाइश नहीं रहती.
2. अपने बॉस खुद बनें
यात्रा के दौरान आप अपनी प्लानिंग खुद करोगे. चाहो तो कितना भी समय सिर्फ आराम में गुजार सकते हो. आपको किसी की सुनने की कोई जरूरत नहीं. कहीं भी, कभी भी, कितना समय गुजार सकते हो.
3. छूटी किताबें पढ़कर पूरी कर सकते हो
बहुत बार किताबें खरीद तो लेते हैं पर पढ़ नहीं पाते. अकेले ट्रिप मारने की सूरत में आप इन्हें पूरा पढ़ सकते हो. ट्रिप पर ये आपकी सच्ची दोस्त होंगी.
4. नए लोगों से मिलना दिलचस्प होता है
जब आप ट्रिप पर अकेले होंगे, तो यह लाजिमी है कि आपको कई अजनबी टकराएंगे. नए लोगों से मिलना और उन्हें दोस्त बनाना बेहद दिलचस्प और मजेदार रहता है. लाइफ में कुछ नयापन आता है. उसकी संस्कृति और तौर-तरीकों को जानने का अनुभव आपकी यात्रा को यादगार बनाएगा.
5. पैसों की टेंशन नहीं रहती
जब आप खुद अपने लिए वित्तीय फैसले लेते हैं तो आपका बजट संतुलित रहता है. आपको पता रहता है कि कहां और कब कितने पैसे खर्च करने हैं. इससे आपका बजट नहीं गड़बड़ाता. अपने कंफर्ट के हिसाब से आप वित्तीय फैसले लेते हैं.
और वैसे आपका सबसे अच्छा दोस्त आप खुद होते हैं...
1. मनमौजी होना बेस्ट है
आपको यह देखने की जरूरत नहीं कि दूसरा शख्स कब फ्री होगा या फिर उसके बाद कब पैसे आएंगे. अगर जब खुद को शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम समझते हैं, तब आप निकल सकते हैं. कॉर्डिनेशन की कोई टेंशन हीं. इंतजार में ट्रेन या बस छूटने की कोई गुंजाइश नहीं रहती.
2. अपने बॉस खुद बनें
यात्रा के दौरान आप अपनी प्लानिंग खुद करोगे. चाहो तो कितना भी समय सिर्फ आराम में गुजार सकते हो. आपको किसी की सुनने की कोई जरूरत नहीं. कहीं भी, कभी भी, कितना समय गुजार सकते हो.
3. छूटी किताबें पढ़कर पूरी कर सकते हो
बहुत बार किताबें खरीद तो लेते हैं पर पढ़ नहीं पाते. अकेले ट्रिप मारने की सूरत में आप इन्हें पूरा पढ़ सकते हो. ट्रिप पर ये आपकी सच्ची दोस्त होंगी.
4. नए लोगों से मिलना दिलचस्प होता है
जब आप ट्रिप पर अकेले होंगे, तो यह लाजिमी है कि आपको कई अजनबी टकराएंगे. नए लोगों से मिलना और उन्हें दोस्त बनाना बेहद दिलचस्प और मजेदार रहता है. लाइफ में कुछ नयापन आता है. उसकी संस्कृति और तौर-तरीकों को जानने का अनुभव आपकी यात्रा को यादगार बनाएगा.
5. पैसों की टेंशन नहीं रहती
जब आप खुद अपने लिए वित्तीय फैसले लेते हैं तो आपका बजट संतुलित रहता है. आपको पता रहता है कि कहां और कब कितने पैसे खर्च करने हैं. इससे आपका बजट नहीं गड़बड़ाता. अपने कंफर्ट के हिसाब से आप वित्तीय फैसले लेते हैं.
और वैसे आपका सबसे अच्छा दोस्त आप खुद होते हैं...
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