Uric acid symptoms in hindi : शरीर में प्रोटीन की अधिकता से यूरिक एसिड ( Uric Acid) बढ़ने लगता है. इसकी अधिकता होने पर यह ब्लड के जरिए पैरों की अंगुलियों, टखनों, घुटनों कोहनी और कलाइयों की जोड़ों में जमा होने लगता है, जिससे जोड़ों में दर्द (Joint pain) का सामना करना पड़ता है. ये आजकल आम समस्या है. कई लोग इस दर्द से परेशानी की शिकायत करते हैं. इस दर्द से राहत के लिए यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखना जरूरी होता है. इसके लिए कुछ जड़ी बूटियों (Herbs) की मदद ली जा सकती है.
सुबह अलार्म बजने के बाद भी नहीं खुलती है आंख, यह तरीका आजमा कर देखें झटपट छोड़ देंगी बिस्तर आपगिलोए
गिलोए या गुडूची यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है. गिलोय की ताजी पत्तियों को रात भर पानी में भिगोकर रखें. सुबह पत्तों को उबाल लें और छान कर पीएं. यह शरीर में पित्त की मात्रा को नियंत्रित करता है और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है.
काली किशमिश
काली किशमिश हडिडयों की डेंसिटी बढ़ाता है. यूरिक एसिड के दर्द से राहत पाने के लिए काली किशमिश को रात भर भिगोकर रखें और प्रतिदिन इसका सेवन करें. इससे जोड़ों के दर्द और गठिया से आराम मिलेगा.
गुग्गुल
यूरिक एसिड बढ़ने पर गुग्गुल का सेवन भी आराम पहुंचा सकता है. गुग्गुल एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. ये गुण जोडों के दर्द में राहत पहुंचाने का काम करते हैं. गुग्गुल का काढ़े के रुप से सेवन करना चाहिए.
मुस्ता
मुस्ता या नागार्मोथा के नाम से जाना जाने वाला हर्ब यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का कारगर उपाय है. इसे रात भर पानी में भिगो कर रखने के बाद पीस कर पाउडर बनाकर सेवन करना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.