
अक्सर देखने में आती है कि दो दिल एक दूसरे के साथ जीवन भर रहने का फैसला करते हैं. वे एक दूसरे को बहुत चाहते भी हैं. फिर भी कुछ समय बाद ही दोनों में अनबन होने लगती है. मन में तो कई बार ख्याल आता है कि एक दूसरे का साथ छोड़ दें, लेकिन प्यार इतने गहरे तक होता है कि ऐसा कर नहीं पाते... ऐसे रिश्ते आजकल बहुत देखने को मिल रहे हैं. वहज है जीवनशैली और एक दूसरे को समझने की कमी. अक्सर रिश्तों में एक दूसरे से उम्मीद लगा लेना ही उनमें दूरियां पैदा कर देता है. कुछ टिप्स जिनसे आपका रिश्ता बन सकता है फाइट प्रूफ...
आपसी समझ 
रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए आपसी समझ को बनाए रखें. भले ही बहस का मुद्दा कितना ही छोटा हो या कितना ही बड़ा, उस पर अड़े रहने से कही जरूरी होता है गलती मानकर बात को खत्म करना. अचानक कोई निर्णय न लें और न ही अपने किसी निर्णय में बिना साथी की राय लिए बदलाव करें. अगर आप उससे पूछ कर फैसले लेंगे, तो वे अपनी राय से आपके फैसले को और अच्छा बना सकता है.
साथ निभाएं 
एक साथ समय बिताएं और उसका लुत्फ भी उठाएं. अपने साथी के साथ हर छोटी से छोटी बात शेयर करें, चाहे आपने कहीं उगता या डूबता हुआ सूरज ही क्यों न देखा हो, साथी का ध्याोन भी उस ओर ले जाएं. कभी भी अनजान हालात में साथी को अकेला न छोड़ें. अपने दफ्तर की पार्टी या पारिवारिक पार्टी में अपने साथी को अकेला छोड़कर दोस्तों या रिश्ते दारों के साथ व्यास्त न हों.
एप्रिशिएशन और थेंक्स... 
साथी की अच्छी आदतों को एप्रिशिएट करें. जब भी वह आपके लिए कुछ अच्छा करें, तो उन्हें धन्यवाद जरूर कहें. आप चाहें, तो इसके लिए उन्हें कोई तोहफा देकर अपनी भावनाएं प्रकट कर सकते हैं. रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए साथी को छोटी-छोटी मदद पर शुक्रिया कहना न भूलें. अगर आपके साथी आपकी पसंद का खाना बनाते हैं या आपके लिए कोई तोहफा लाते हैं, तो उन्हें शुक्रिया कहना न भूलें.
बजट बनाएं 
सप्ताहांत पर घूमने का कार्यक्रम बनाएं और इस दौरान अपने साथी की पसंद को पूरी अहमियत दें. साथी से पूछें कि वह कौन-सी फिल्म या शो देखना चाहते हैं और एक साथ उस कार्यक्रम का लुत्फ उठाएं. अगर आप दोनों ने घर का बजट और बजत योजनाएं साथ बैठकर नहीं बनाई हैं, तो अगली बार जरूर बनाएं. अगर आप दोनों साथ बैठकर बजट या बचत योजनाएं बनाएंगे, तो पैसे से जुड़े विवाद भी कम होंगे.
आपसी समझ

रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए आपसी समझ को बनाए रखें. भले ही बहस का मुद्दा कितना ही छोटा हो या कितना ही बड़ा, उस पर अड़े रहने से कही जरूरी होता है गलती मानकर बात को खत्म करना. अचानक कोई निर्णय न लें और न ही अपने किसी निर्णय में बिना साथी की राय लिए बदलाव करें. अगर आप उससे पूछ कर फैसले लेंगे, तो वे अपनी राय से आपके फैसले को और अच्छा बना सकता है.
साथ निभाएं

एक साथ समय बिताएं और उसका लुत्फ भी उठाएं. अपने साथी के साथ हर छोटी से छोटी बात शेयर करें, चाहे आपने कहीं उगता या डूबता हुआ सूरज ही क्यों न देखा हो, साथी का ध्याोन भी उस ओर ले जाएं. कभी भी अनजान हालात में साथी को अकेला न छोड़ें. अपने दफ्तर की पार्टी या पारिवारिक पार्टी में अपने साथी को अकेला छोड़कर दोस्तों या रिश्ते दारों के साथ व्यास्त न हों.
एप्रिशिएशन और थेंक्स...

साथी की अच्छी आदतों को एप्रिशिएट करें. जब भी वह आपके लिए कुछ अच्छा करें, तो उन्हें धन्यवाद जरूर कहें. आप चाहें, तो इसके लिए उन्हें कोई तोहफा देकर अपनी भावनाएं प्रकट कर सकते हैं. रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए साथी को छोटी-छोटी मदद पर शुक्रिया कहना न भूलें. अगर आपके साथी आपकी पसंद का खाना बनाते हैं या आपके लिए कोई तोहफा लाते हैं, तो उन्हें शुक्रिया कहना न भूलें.
बजट बनाएं

सप्ताहांत पर घूमने का कार्यक्रम बनाएं और इस दौरान अपने साथी की पसंद को पूरी अहमियत दें. साथी से पूछें कि वह कौन-सी फिल्म या शो देखना चाहते हैं और एक साथ उस कार्यक्रम का लुत्फ उठाएं. अगर आप दोनों ने घर का बजट और बजत योजनाएं साथ बैठकर नहीं बनाई हैं, तो अगली बार जरूर बनाएं. अगर आप दोनों साथ बैठकर बजट या बचत योजनाएं बनाएंगे, तो पैसे से जुड़े विवाद भी कम होंगे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं