
Quit Smoking : धूम्रपान एक ऐसी आदत है जिसे लत बनने में समय नहीं लगता. ये हर उम्र के लोगों के लिए हानिकारक होती है. बच्चे इसे मस्ती और स्टाइल के लिए शुरू करते हैं और फिर इसकी ऐसी लत लग जाती है कि इसे छुड़ाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि माता-पिता टीनएज में अपने बच्चों का खास ख्याल रखें ताकि उन्हें बुरी लत से बचाया जा सके.

विमर्श करना जरूरी
अपने बच्चे के फ्रेंड बनकर उनसे धूम्रपान के बारे में चर्चा करें. आपको उनसे पूछना चाहिए कि वे धूम्रपान के बारे में कितना जानते हैं और उन्हें इस बात को लेकर जागरूक करें कि धूम्रपान उनके लिए हानिकारक है. बात-विमर्श से आप उनका मत भी जान पाएंगे और उन्हें इस ओर जागरूक भी कर पाएंगे.
ना कहना है जरूरी
बच्चे जब किशोरावस्था यानी कि टीनएज में प्रवेश कर रहे होते हैं, तो साथियों का दबाव सबसे अधिक होता है. इस दबाव के आगे अधिकांश टीनेजर्स झुक जाते हैं. आपको अपने बच्चे के साथ बैठ कर बातचीत करनी चाहिए और जब भी उनसे धूम्रपान के लिए कहा जाए तो उन्हें ना कहने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. दरअसल, माता-पिता के रूप में आपको उनसे ‘माफ करिए, मैं धूम्रपान नहीं करता' कहने का अभ्यास कराना चाहिए.

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एक सिगरेट भी नुकसान पहुंचाती है
किशोरावस्था में पैर रखने जा रहे अपने बच्चों को समझाएं कि एक सिगरेट से भी आपको धूम्रपान की लत लग सकती है. मौज-मस्ती के लिए शुरू किये जाने से ये जिंदगी भर की आदत बन सकती है. उन्हें ये भी बताएं कि अधिकांश वयस्क धूम्रपान करने वाले इसकी शुरुआत किशोरावस्था में ही करते हैं, फिर इसे छोड़ना बड़ा ही कठिन होता है. यदि आप सही समय पर अपने बच्चों को जागरूक करते हैं और उनके दोस्त बनकर उनसे जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हैं तो संभव है कि आप उन्हें बुरी लत से बचा सकें.

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