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'मैं कैसी लग रही हूं', स‍िर्फ इसके ल‍िए अपनी ज‍िंदगी के 2.5 साल सजने में ब‍िता रही हैं मह‍िलाएं, र‍िसर्च पर वूमन्‍स की राय चौंका देगी आपको

Study on women makeup: सजने संवरने की शौकीन महिलाएं, अपनी लाइफ का लंबा समय तैयार होने पर गुजार देती हैं. इस संबंध में एक दिलचस्प स्टडी सामने आई है. जिसे पढ़कर खुद मह‍िलाएं भी हैरान हैं.

'मैं कैसी लग रही हूं', स‍िर्फ इसके ल‍िए अपनी ज‍िंदगी के 2.5 साल सजने में ब‍िता रही हैं मह‍िलाएं, र‍िसर्च पर वूमन्‍स की राय चौंका देगी आपको
औसत महिला मेकअप करने में कितना समय लेती है?

Study on women makeup: संजना संवरना हर महिला का शौक होता है. फिर भले ही वो होम मेकर्स हों या फिर ऑफिस गोइंग महिलाएं. सभी चाहती हैं कि वो अच्छी नजर आएं और हम मौके पर प्रेजेंटेबल लगें. इसलिए ऑफिस जाने की हड़बड़ी के बीच भी मेकअप (Step By Step Makeup Tips) करने और अच्छे से ड्रेस अप होने में गुरेज नहीं करतीं. इससे जुड़ी एक दिलचस्प रिसर्च में सामने आया है कि महिलाएं अपनी जिंदगी का बड़ा हिस्सा सजने-संवरने में खर्च कर देती हैं. औसतन, किसी बड़े मौके पर बाहर जाने से पहले महिलाएं (Study Based On Female) करीब 1 घंटे से ज्यादा समय आईने के सामने बिताती हैं.


इतना लंबा होता है ये समय


मेकअप और ड्रेसअप में हर दिन जितना समय लगता है. वो जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे. रिसर्च के अनुसार में हर दिन ऑफिस जाने से पहले तैयार होने के 40 मिनट जोड़ें, तो पूरी जिंदगी में ये समय करीब 2 साल 9 महीने तक पहुंच जाता है. अब ये तो महिलाएं ही जानती हैं कि इतने सालों तक खुद को संवारना बेकार है या जरूरी! लेकिन बात सिर्फ यहीं तक नहीं है. रिसर्च में ये भी पता चला कि महिलाएं अपनी जिंदगी के 3 महीने सिर्फ ये सोचने में खर्च कर देती हैं कि कौन सा बैग या जूते खरीदें. महिलाओं पर ये दिलचस्प रिसर्च करने वाली कंपनी Nephria. कंपनी की Charlotte Newbert ने कहा कि वाकई ये चौंकाने वाला है कि हम अपनी जिंदगी का कितना वक्त रोज की तैयारियों में लगा देते हैं. इस रिसर्च में नहाने-धोने और बालों की सफाई का भी जिक्र किया गया है.

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इन कामों पर खर्च होता है समय


बड़े मौके पर तैयार होने में औसतन महिलाओं को एक एक काम में इतना समय लगता है-
• 22 मिनट पैरों की सफाई और वैक्सिंग में,
• 7 मिनट बॉडी लोशन या क्रीम लगाने में,
• 23 मिनट बाल सुखाने और सेट करने में,
• 14 मिनट मेकअप में,
• 6 मिनट कपड़े पहनने में लगते हैं.
वहीं, अगर पुरुषों की बात करें तो उनका तैयार होने का एवरेज समय सिर्फ 17 मिनट 25 सेकंड है. और अगर बात बाजार जाने की हो, तो ट्रायल का समय ही बहुत ज्यादा हो जाता है. खासौतर से जब पुरुष अपनी महिला पार्टनर के साथ जाते हैं, तो उन्हें ट्रायल रूम के बाहर 1 घंटे 2 मिनट तक इंतजार करना पड़ता है.

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पुरुषों की राय


Newbert का कहना है कि इस सर्वे में दो-तिहाई पुरुषों ने माना कि वे अपनी पार्टनर का इंतजार करते-करते थक जाते हैं. इतना ही नहीं, हर 10 में से 1 पुरुष ने ये भी कहा कि उन्होंने इसलिए अपनी पार्टनर से रिश्ता तोड़ लिया, क्योंकि वो तैयार होने में बहुत ज्यादा समय लेती थी.

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क्या सोचती हैं महिलाएं


इस संबंध में एनडीटीवी ने भी अलग-अलग वर्ग की महिलाओं से बात की. दिल्ली की रहने वाली सोनल कुमारी ने कहा कि ऑफिस जाने से पहले वो अपने लुक्स और ड्रेसअप पर गौर करने में पीछे नहीं रहती. वो फेस को मॉश्चराइज करने से लेकर कॉम्पेक्ट लगाने तक हर स्टेप को सही तरीके से फॉलो करती हैं.
कानपुर की श्रेया सिंह ने कहा कि वो ये कभी सोच भी नहीं सकती थीं कि मेकअप और ड्रेसअप पर इतना वक्त जाया होता है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इन दोनों बातों पर गौर किए बिना घर से निकलना भी ठीक नहीं है.
भोपाल की चित्रांशी मिश्रा ने कहा कि वो रोज मेकअप और ड्रेसअप की ज्यादा चिंता नहीं करती हैं. लेकिन कहीं जाना है तो वो तैयार होना पसंद करती हैं. ऑफिस में उन्हें अपना लुक सिंपल सोबर लेकिन व्यवस्थित रखना पसंद है. 


 

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