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वजन घटाने के लिए ये है वॉकिंग का बेस्ट तरीका, बाकी वर्कआउट से ज्यादा बेहतर है वजन घटाने के ल‍िए

Pyramid Walking: अगर आप रोज वॉक करने जाते हैं. तो, अपने पैटर्न में थोड़ा सा बदलाव करें और पिरामिड स्टाइल में वॉक करें. इससे आपको ज्यादा बेहतर फायदे मिलना शुरू हो जाएंगे.

वजन घटाने के लिए ये है वॉकिंग का बेस्ट तरीका, बाकी वर्कआउट से ज्यादा बेहतर है वजन घटाने के ल‍िए
इस वॉक को करने से म‍िलेंगे एक नहीं, अनेक फायदे.

Pyramid Walking Benefits: अगर आपको भारी-भरकम जिम रूटीन थकाने वाले लगते हैं, तो अच्छी खबर ये है कि वॉकिंग अब भी सबसे आसान, सेफ और सुविधाजनक एक्सरसाइज में से एक है. वॉकिंग से न सिर्फ आपकी मसल्स टोन होती हैं, बल्कि ये हार्ट के लिए भी अच्छी होती है. साथ ही वॉकिंग से बीपी कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है. इस एक्टिविटी से शुगर लेवल भी कम होता है. मूड भी बेहतर करने में वॉकिंग मदद कर सकती है. लेकिन अगर आपका लक्ष्य खासतौर पर वजन घटाना है, खासकर पेट का फैट तो इसके लिए सिर्फ आम वॉकिंग काफी नहीं होगी. इसलिए वॉकिंग करते समय पिरामिड स्टाइल वॉकिंग ज्यादा काम आती है.

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क्या है पिरामिड वॉकिंग? (What Is Pyramid Walking)

पिरामिड वॉकिंग एक किस्म की एक्सरसाइज तकनीक कही जा सकती है जिसमें आप अपनी वॉक की स्पीड और इंटेंसिटी धीरे-धीरे बढ़ाते हैं, फिर उसे कम करते हैं. यानी आपकी वॉक का पैटर्न एक पिरामिड की तरह बनता चला जाता है.

इसमें आप शुरुआत में धीरे चलते हैं, फिर स्पीड बढ़ाते हैं या चढ़ाई चढ़ते हैं. बीच में एकदम ज्यादा तेज चलते हैं और फिर धीरे-धीरे स्पीड कम करते हैं. आप चाहें तो इस पूरे पैटर्न को एक बार में कर सकते हैं या दो-तीन बार दोहरा सकते हैं.

ये वर्कआउट क्यों असरदार है? (How Effective Is Pyramid Walking)

1. ज्यादा कैलोरी बर्न होती है

धीरे-धीरे स्पीड और इंटेंसिटी बढ़ाने से हार्ट रेट ऊपर जाता है और आप फैट बर्न जोन में पहुंच जाते हैं. इससे सामान्य वॉकिंग की तुलना में ज्यादा कैलोरी बर्न होती है.

2. ज्यादा मसल्स एक्टिव होते हैं

तेज़ चलने या ऊंचाई पर चलने से आपकी टांगों के मसल्स—जैसे ग्लूट्स, क्वाड्स और काफ्स—ज्यादा काम करते हैं. इससे मसल्स टोन होते हैं और फैट कम होता है.

3. आफ्टरबर्न इफेक्ट

इस वर्कआउट में जो तेज स्पीड वाले हिस्से होते हैं. वो आपकी बॉडी को ऐसा एक्टिव कर देते हैं कि एक्सरसाइज खत्म होने के बाद भी कैलोरी बर्न होती रहती है.

4. कोर मसल्स एक्टिव होते हैं

स्पीड बदलने से पेट और कमर के मसल्स भी एक्टिव रहते हैं. जिससे बेली फैट घटाने में मदद मिलती है.

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Photo Credit: iStock

कैसे करें पिरामिड वॉकिंग?

आप इस वर्कआउट को बाहर सड़क पर या ट्रेडमिल पर कर सकते हैं. जरूरी नहीं कि बहुत तेज भागना पड़े. बस अपनी चाल को ऊपर-नीचे करते चलें.

1. वार्म-अप (3-5 मिनट)

धीरे-धीरे चलें ताकि बॉडी तैयार हो जाए.

2. बिल्ड-अप फेज

1 मिनट तेज चलें

2 मिनट उससे थोड़ी तेज या चढ़ाई पर चलें

3 मिनट और तेज या और ऊंचाई पर चलें

3. पीक फेज (4 मिनट):

अपने सबसे तेज चाल से चलें. ये आपके पिरामिड का पीक फेज होगा.

4. कूल-डाउन फेज

3 मिनट स्पीड कम करें

2 मिनट और धीरे चलें

1 मिनट एकदम हल्के से चलें

आप चाहें तो इस पूरे पैटर्न को दोहरा सकते हैं. शुरुआत में एक बार काफी होगा.

ये क्यों लगभग सभी के लिए फायदेमंद है?

  • कस्टमाइज किया जा सकता है: आप अपनी फिटनेस के हिसाब से स्पीड, टाइम और चढ़ाई बदल सकते हैं.
  • जोड़ों पर असर नहीं पड़ता: रनिंग के मुकाबले वॉकिंग घुटनों और जोड़ों पर कम असर डालती है. इसलिए ये ज्यादा सुरक्षित है.
  • टाइम सेविंग: सिर्फ 20–25 मिनट में अच्छा वर्कआउट मिल जाता है. व्यस्त दिनचर्या में भी फिट रहने का आसान तरीका.
  • बोरिंग नहीं लगता: एक ही स्पीड पर चलने के बजाय जब वॉकिंग में उतार-चढ़ाव होता है, तो वो मजेदार और मोटिवेटिंग लगता है.

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