नई दिल्ली:
यदि आप बिना व्यायाम के तंदुरुस्त रहना चाहते हैं और चर्बी को कम करते हुए शारीरिक क्षमता बढ़ाना चाहते हैं तो आपको रोजाना सिर्फ एक गोली लेनी होगी. शोधकर्ताओं के अनुसार, दौड़ने से सक्रिय होने वाली गुणसूत्र प्रणाली को कुछ रसायनों के जरिए बैठे रहते हुए भी सक्रिय किया जा सकता है. इससे वजन को नियंत्रित किया जा सकता है. इससे दिल के रोगों, पल्मोनरी बीमारी, टाइप2 मधुमेह और दूसरी स्वास्थ्य दिक्कतों से जुड़े लोगों को राहत मिल सकेगी.
अमेरिका के सैन डियागो स्थित साल्क इंस्टीट्यूट के अनुसंधान प्रोफेसर वेवी फन ने कहा, "व्यायाम से गुणसूत्र की प्रणाली सक्रिय होती है, लेकिन हमें पता चला है कि आप बिना व्यायाम के ही व्यायाम का फायदा पा सकते हैं. इस तरह आप व्यायाम करने वाले की तुलना में बिना व्यायाम किए ही खुद को इस यौगिक के जरिए उस स्तर पर ले जा सकते हैं."
शोध-पत्रिका 'सेल मेटाबॉलिज्म' के ताजा अंक में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है. इस रासायनिक यौगिक का नाम जीडब्ल्यू1516 है. इसका प्रयोग चूहों पर किया गया. शोध में पता चला की दवा की प्रतिक्रिया से करीब 1000 जीन बदल गए. इससे किसी जीन में बढ़ोतरी या उनका लक्षण परिवर्तित नहीं हुआ. (एजेंसियों से इनपुट)
अमेरिका के सैन डियागो स्थित साल्क इंस्टीट्यूट के अनुसंधान प्रोफेसर वेवी फन ने कहा, "व्यायाम से गुणसूत्र की प्रणाली सक्रिय होती है, लेकिन हमें पता चला है कि आप बिना व्यायाम के ही व्यायाम का फायदा पा सकते हैं. इस तरह आप व्यायाम करने वाले की तुलना में बिना व्यायाम किए ही खुद को इस यौगिक के जरिए उस स्तर पर ले जा सकते हैं."
शोध-पत्रिका 'सेल मेटाबॉलिज्म' के ताजा अंक में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है. इस रासायनिक यौगिक का नाम जीडब्ल्यू1516 है. इसका प्रयोग चूहों पर किया गया. शोध में पता चला की दवा की प्रतिक्रिया से करीब 1000 जीन बदल गए. इससे किसी जीन में बढ़ोतरी या उनका लक्षण परिवर्तित नहीं हुआ. (एजेंसियों से इनपुट)