Bhog Ideas: इन देवताओं को चढ़ाए ये खास भोग, मिलेगा अधिक पुन्य
खास बातें
- भगवान को भोग लगाने के लिए भी होते हैं कुछ खास नियम.
- हर देवता के लिए अलग भोग है सही.
- यहां से जानें सही भोग आइडिया.
Right Bhog to Right God: गणेश चतुर्थी के साथ ही हिन्दू धर्म में पूजा पाठ का सिलसिला शुरू हो जाता है. नवरात्रि, शरद पूर्णिमा, लक्ष्मी पूजा, दिवाली, छठ, जैसे त्योहारों की मानो लड़ी ही लग जाती हैं. इन सब में लोग घर पर ही पूजा पाठ करते है. कई लोगों को किस भगवान को क्या भोग लगाना चाहिए इसकी जानकारी नहीं होती हैं. आइए आपको बताते हैं किसके लिए कौन सा भोग सही है.
किस भगवान को चढ़ाए कौन सा भोग
भगवान गणेश
भगवान गणेश को मिठी चीजें अति प्रिय है. उनका सबसे पसंदिदा भोग मोदक है. इसके साथ आप उन्हें लड्डू, गन्ने की गडेरी, जामुन या गुड़ भी चढ़ा सकते हैं.
भगवान श्री राम
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की पूजा हर रोज घर-घर में होती है. सुबह की पूजन के समय उन्हें केसर मिली हुई खीर और कलाकंद अर्पित करें. इनसे भगवान राम अति प्रसन्न होंगे.
विष्णु भगवान भोग
विष्णु भगवान को आप घर की पूजा आसानी से भोग लगा सकते हैं. इसके लिए भगवान को किशमिश और आंवला चढ़ाए. विष्णु जी को ये चीजें प्रिय है.
महादेव का भोग
देवों के देव महादेव की पूजा भी घर-घर में नियमित रूप से होगी हैं. कुछ चीजें हैं जो आप उन्हें आसानी से चढ़ा सकते हैं. लेकिन अगर आपको शुभ फल की प्राप्ति करनी हैं तो कुछ चीजें आपको लानी होगी. बाबा को भोग में भांग, पंचामृत, दही, शहद, गंगा जल और घी चढ़ाने से वो अति प्रसन्न होते हैं.
बजरंगबली के लिए भोग
बल के देवता बजरंगबली को भोग लगाने के लिए आप घर पर ही तैयारी कर सकते हैं. हनुमान जी को चढ़ावे में हलवा, लाल रंग के ताजे फल, गुड़ के लड्डू, बेसन के लड्डू, आदि चीजों बहुत पसंद है.
मां लक्ष्मी
धन की देवी लक्ष्मी की पूजा खासतौर से धन प्राप्ति के लिए की जाती है. मां को सफेद और पीला रंग अति प्रिय है. उन्हें इन दो रंगों की मीठाई चढ़ाने से मां प्रसन्न होती है.
मां दुर्गा
शक्ति की देवी मां दुर्गा अपने हर भक्त की मनोकामना पूर्ण करती है. मां की पूजा घर-घर में होती है. ऐसे में उन्हें भोग लगाने के लिए आप खीर, मालपुआ, हलवा, केले, नारियल और मिठाइयां चढ़ाएं.
भगवान श्री कृष्ण
आज युवा से लेकर बुजुर्ग तक सभी कृष्ण जी की पूजा करते हैं. श्री कृष्ण को भोग में सबसे ज्यादा माखन-मिश्री पसंद है. मान्यता है कि इससे भगवान अति प्रसन्न होते है और अपने भक्तों पर आशिर्वाद बरसाते हैं.
(प्रस्तुति-अंकित श्वेताभ)
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)