Estrogen deficiency symptoms in women : महिलाओं में इर्रेग्यूलर पीरियड, अचानक गर्मी महसूस करना, सोने में कठिनाई, मूड स्विंग और सिरदर्द एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी के संकेत हो सकते हैं. महिलाओं में एस्ट्रोजन की कमी के कई संभावित कारण हैं, लेकिन सबसे आम है मेनोपॉज है. ऐसा औमतौर पर 40 के बाद होता है. इस दौरान, आपके एस्ट्रोजन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता है ; यह घटते बढ़ते रह सकते हैं. हालांकि पेरिमेनोपॉज की साइकिल 4 साल है, लेकिन यह लंबे समय तक भी चल सकती है. यदि आप कम एस्ट्रोजन के लक्षणों का अनुभव कर रही हैं, तो आप अपने शरीर में इसके स्तर को डाइट (healthy diet for women's after 40s) में बदलाव करके संतुलित कर सकती हैं, जो इस प्रकार हैं...
एस्ट्रोजन बढ़ाने के लिए क्या खाएं - What to eat to increase estrogen
- सोयाबीन और सोया उत्पाद, जैसे मिसो, टेम्पेह और नट्टो
- फलियां, जैसे छोले और मूंगफली
- अलसी के बीज
- लहसुन
- कॉफी
- गाजर
- मीठे आलू
- सेब और अनार
- मछली
- मशरूम
- सौंफ
मेनोपॉज में महिलाएं करें ये एक्सरसाइज - Women should do these exercises during menopause
- लेग प्रेस
- लंजेस
- बाइसेप कर्ल
- पुश-अप्स
- रो
- लैट पुलडाउन
- कार्डियो एक्सरसाइज
- पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज
- ताई ची, योग और पिलेट्स
- विश्राम व्यायाम
ये सारे व्ययाम करने से रजनोवृत्ति के दौरान होने वाली दिक्कतें, जैसे- अनिद्रा, ऑस्टियोपोरोसिस, अवसाद, चिंता, मूड स्विंग, यूटीआई इंफेक्शन, थकावट आदि से दूर रखता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं