'e-skin' turns your body into digital screen:
टोक्यो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक बेहद पतली त्वचा विकसित की है, जो त्वचा को इलेक्ट्रॉनिक स्किन में तब्दील कर देगी और उसमें रक्त में ऑक्सीजन के स्तर से दिल की धड़कन और कई अन्य जरूरी जानकारियां दर्शाएंगी। शोध दल ने ऑर्गेनिक लाइट एमिटिंग डायोड (ओएलईडी) के प्रयोग से मनुष्य के शरीर में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों को जोड़ते हुए इसका प्रदर्शन किया।
दुनिया भर के शोधकर्ता मानव शरीर के साथ डिजिटल डिवाइसों को मिलाने पर काम कर रहे हैं, ताकि जैव चिकित्सा अनुप्रयोगों के लिए उसका इस्तेमाल किया जा सके। पहने जा सकने वाले डिवाइसों का बेहद पतला व लचीला होना जरूरी है, ताकि उसे पहनने में परेशानी न हो। हालांकि अब तक कई पतले डिवाइस विकसित किए गए हैं, लेकिन यह डिवाइस उन सबमें सबसे पतला है।
प्रोफेसर ताकाओ सोमेया और तोमोयुकी योकोता ने एक हाई क्वालिटी प्रोटेक्टिव फिल्म विकसित की है, जिसकी मोटाई महज दो माइक्रोमीटर है। सोमेया कहते हैं, "यह स्क्रीन न सिर्फ हमारे रक्त का दबाव, रक्त में ऑक्सीजन का स्तर, दिल की धड़कन आदि के बारे में जानकारी देता है, बल्कि यह हमारे तनाव के स्तर और मूड को भी बता सकता है।"
दुनिया भर के शोधकर्ता मानव शरीर के साथ डिजिटल डिवाइसों को मिलाने पर काम कर रहे हैं, ताकि जैव चिकित्सा अनुप्रयोगों के लिए उसका इस्तेमाल किया जा सके। पहने जा सकने वाले डिवाइसों का बेहद पतला व लचीला होना जरूरी है, ताकि उसे पहनने में परेशानी न हो। हालांकि अब तक कई पतले डिवाइस विकसित किए गए हैं, लेकिन यह डिवाइस उन सबमें सबसे पतला है।
प्रोफेसर ताकाओ सोमेया और तोमोयुकी योकोता ने एक हाई क्वालिटी प्रोटेक्टिव फिल्म विकसित की है, जिसकी मोटाई महज दो माइक्रोमीटर है। सोमेया कहते हैं, "यह स्क्रीन न सिर्फ हमारे रक्त का दबाव, रक्त में ऑक्सीजन का स्तर, दिल की धड़कन आदि के बारे में जानकारी देता है, बल्कि यह हमारे तनाव के स्तर और मूड को भी बता सकता है।"
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