नोवल कोरोनावायरस (Coronvirus) को लेकर दुनिया भर में रिसर्च का काम जोरों पर हैं. इस जानलेवा वायरस की वजह से दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन है और मानो जीवन ठप पड़ गया है. कोरोनावायरस इंसानों तक कैसे आया इसे लेकर अभी रिसर्च जारी है. इस वायरस की अब तक न तो कई दवा बना पाई है और न ही कोई वैक्सीन. अभी तक कोरोनावायरस का कोई विशेष इलाज भी नहीं है, लेकिन लक्षणों के आधार पर मरीज का ट्रीटमेंट किया जाता है. साथ ही इससे बचाव के लिए बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोने की सलाह दी जाती है. वहीं, घर में पालतू जानवर जैसे कि कुत्ते और बिल्ली पालने वाले लोगों के मन में भी कई बार यह खयाल आता है कि कहीं उन्हें उनसे तो यह वायरस नहीं हो जाएगा. लेकिन डब्ल्यूएचओ की मानें तो ये डर निराधार है. इस वायरस से बचने के लिए जरूरी है कि आप साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
विशेषज्ञों की मानें तो कोरोनावायरस को लेकर कुत्तों से डरने की जरा भी जरूरत नहीं है.
सीएनएन ने यूके स्थित कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के वेटनरी मेडिसन विभाग के प्रमुख जेम्स वुड के हवाले से लिखा है, "मुझे नहीं लगता कि किसी को अपने कुत्ते की वजह से कोरोनावायरस को लेकर चिंतित होना चाहिए."
अमेरिका के टेनेसी राज्य की राजधानी नाश्विल स्थित वैंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी में प्रिवेंटिव मेडिसिन और संक्रमण रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर विलियम शैफनर पूछते हैं, "क्या हमें कुत्तों से संक्रमित होने के बारे में सोचना चाहिए या हमें इस बात के लिए चिंतित होना चाहिए कि उन्हें हमसे ये संक्रमण हो सकता है?"
डॉक्टर विलियम शैफनर कहते हैं, "इन दोनों ही सवालों का जवाब न है."
साफ है कि कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर कुत्तों या अन्य पालतू जानवरों से डरने की जरूरत नहीं है. हां इतना जरूर है कि इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए जो बचाव के तरीके बताए गए हैं हमें उनका निर्विवाद रूप से पालन करना चाहिए. जैसे कि साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोना, खांसते और छींकते वक्त टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करना, चेहरे, मुंह और आंख को बार-बार हाथों से न छूना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और हां सबसे जरूरी घर पर रहें सुरक्षित रहें.
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