अगर आपका बच्चा भी घुटने मोड़कर बैठता है, तो डॉक्टर से जानिए क्या हो सकते हैं नुकसान 

Sitting Position W: बच्चा घुटने टेढ़े-मेढ़े करके या डबल्यू बनाते हुए बैठता है तो इससे उसका शरीर कई तरह से प्रभावित होता है. जानिए इसपर डॉक्टर का क्या है कहना. 

अगर आपका बच्चा भी घुटने मोड़कर बैठता है, तो डॉक्टर से जानिए क्या हो सकते हैं नुकसान 

Child Sitting In W Position: घुटने मोड़कर बैठना बच्चे के लिए होता है बुरा. 

Children's Health: अक्सर देखा जाता है कि बच्चे पलंग पर टेढे़-मेढ़े होकर बैठे रहते हैं. वहीं, बच्चे घुटनों को इस तरह मोड़कर बैठ जाते हैं जिससे उनके पैर डबल्यू पॉजीशन (W Position) में दिखने लगते हैं यानी दोनों घुटने सामने से जुड़े हुए और पैरों के पंजे शरीर के दोनों तरफ फैले हुए नजर आते हैं और डबल्यू शेप बनाते हैं. बच्चे का नितंब जमीन से लगा हुआ रहता है लेकिन हिप्स के बाहर पैर दिखते हैं. ज्यादातर 2 से 4 साल के बच्चों में इस तरह बैठने की आदत देखने को मिलती है. बच्चों को ऐसे बैठने में आराम महसूस हो सकता है लेकिन लंबे समय में बैठने का यह तरीका कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों (Health Problems) और हड्डियों के रोगों का कारण भी बन सकता है. इंस्टाग्राम पर डॉक्टर अर्पित गुप्ता अपनी प्रोफाइल पर सेहत से जुड़े कई वीडियो और टिप्स आदि शेयर करते रहते हैं. अर्पित पीडियाट्रिशन हैं और उन्होंने हाल ही में बच्चों के डबल्यू पॉजीशन में बैठने को लेकर वीडियो शेयर किया है जिसमें वे बता रहे हैं इस तरह टेढ़े बैठने के नुकसान. 

डबल्यू पॉजीशन में बैठने के नुकसान | Disadvantages Of Sitting In W Position 

डॉक्टर अर्पित के अनुसार डबल्यू पॉजीशन में ज्यादा देर बैठे रहने की आदत बच्चों को कई तरह की दिक्कतों का शिकार बना सकती है. बच्चा अगर अपने पैर शरीर के दोनों तरफ फैलाकर और घुटने सामने की तरफ चिपकाकर बैठता है तो उसकी सेहत प्रभावित हो सकती है. 

हिप डिस्लोकेशन 

डबल्यू पॉजीशन में बैठने से बच्चों को हिप्स यानी कमर से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं. इस तरह बैठने पर कमर में जकड़न, हिप डिस्लोकेशन, मांसपेशियों में खिंचाव, दर्द और कोर स्ट्रेंथ कम हो सकती है. डबल्यू पॉजीशन में बैठने पर बच्चे की कोर मसल्स (Core Muscles) काम नहीं आतीं जैसे कि आम तरह से बैठने पर होता है. इस चलते लंबे समय तक ऐसे बैठने पर ट्रंक मसल्स कमजोर हो सकती हैं. 

क्रोस बॉडी मूवमेंट्स का कम होना 

बच्चे का इस तरह बैठना क्रोस बॉडी मूवमेंट्स को सीमित कर देता है. इससे बच्चे दोनों हाथों का चलाते हैं और कोई एक हाथ उनकी पसंद नहीं रहता है. ऐसा इसलिए क्योंकि डबल्यू पॉजीशन में दोनों हाथ आराम से इस्तेमाल किए जा सकते हैं. 

मांसपेशियां जकड़ने लगती हैं 

मसल्स का टाइट होना या कहें जकड़न होना भी डबल्यू पॉजीशन का प्रभाव हो सकता है. इस दिक्कत को हाइपरटोनिया भी कहते हैं. डबल्यू पॉजीशन में बैठने पर हिप्स, घुटने और पैरों में भी जकड़न होने लगती है. 

माता-पिता क्या कर सकते हैं 

जब भी आप देखें कि आपका बच्चा डबल्यू पॉजीशन में बैठा है तो उसे टोकें और ठीक तरह से बैठने के लिए कहें. बच्चे को या तो आलती-पालती मारकर बैठने के लिए कहें या फिर पैरों को एकदम सीधा करके बैठने के लिए. बीन बैग या फिर अलग तरह की पॉजीशन में बैठने की बच्चे से प्रैक्टिस करवाएं. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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