
Bichhoo kaat le to kya kare: अक्सर यह माना जाता है कि बिच्छू का खतरा सिर्फ गांवों या पहाड़ी इलाकों में होता है, लेकिन अब ये मामले शहरों में भी देखने को मिल रहे हैं. खासकर बारिश के मौसम में घरों के आसपास कीड़े मकोड़े बढ़ जाते हैं. ऐसे में आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं कि अगर किसी व्यक्ति को बिच्छू काट ले, तो इस कंडीशन में क्या करना चाहिए, बिच्छू का जहर तुरंत कैसे उतारे और इस दौरान किन गलतियों को करने से बचें.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मामले को लेकर NDTV संग हुई खास बातचीत के दौरान जिवा आयुर्वेद के निदेशक और वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रताप चौहान ने बताया, बिच्छू का जहर जानलेवा तो नहीं होता, लेकिन इसके कारण जलन, सूजन, तेज दर्द और कई बार सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण भी उभर सकते हैं. ऐसे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट बिच्छू के डंक के तुरंत बाद सही कदम उठाने को जरूरी बताते हैं, ताकि जहर शरीर में न फैले और राहत जल्दी मिले.
सबसे पहले क्या करें?- डॉ. प्रताप चौहान बताते हैं, बिच्छू के डंक के बाद सबसे पहला काम होना चाहिए कि व्यक्ति को स्थिर रखा जाए. जहर शरीर में तेजी से न फैले इसके लिए चलना-फिरना कम करें.
- डंक वाली जगह को हल्के गुनगुने पानी से धोएं ताकि कोई बाहरी संक्रमण न हो.
- इसके बाद आप एक आयुर्वेदिक उपाय आजमा सकते हैं. इसके लिए तुलसी के कुछ पत्तों का रस निकालकर डंक वाली जगह पर लगाएं. तुलसी में प्राकृतिक विषहरण गुण होते हैं, जो जलन और सूजन को कम कर सकते हैं.
- इसके अलावा, बारीक पिसी हल्दी और सरसों का तेल मिलाकर पेस्ट बना लें और उसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं. इससे भी दर्द और सूजन में राहत मिल सकती है.
डॉ. प्रताप चौहान के मुताबिक, अगर डंक के बाद तेज बुखार, उल्टी या सांस लेने में तकलीफ हो, तो जरा देरी न करें. इस कंडीशन में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
किन गलतियों से बचना जरूरी है?अक्सर लोग बिच्छू के डंक के बाद घबराकर झाड़-फूंक या गर्म सलाखें लगाने जैसे उपाय कर बैठते हैं, जो स्थिति को और बिगाड़ सकते हैं. जहर को चूसने की कोशिश करना भी खतरनाक हो सकता है. डॉ. चौहान के अनुसार, ऐसे घरेलू टोटकों से बचें और प्राथमिक आयुर्वेदिक सहायता के साथ-साथ विशेषज्ञ सलाह जरूर लें.
अगर आप बिच्छू के डंक के शिकार हो जाते हैं तो घबराएं नहीं, बल्कि समझदारी से काम लें. आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय हैं जो शुरुआती लक्षणों में राहत पहुंचा सकते हैं, लेकिन गंभीर स्थिति में मेडिकल सहायता जरूरी है. सही जानकारी और सतर्कता ही जहर का सबसे कारगर इलाज है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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