Bargad ki chaal : आज हम यहां पर वजाइनल डिस्चार्ज में कैसे बरगद की छाल का काढ़ा फायदा करता है उसके बारे में बात करने जा रहे हैं. इससे पहले काढ़े में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में बता देते हैं. बरगद की छाल में एंथोसाइनिडिन, कीटोंस, स्टेरोल्स, फिनोल, टैनिन्स, सैपोनिंस, प्रोटीन – 9.63 %, फाइबर – 26.84 %, कैल्शियम – 2.53 %, फास्फोरस – 0.4 % पाया जाता है. इन 5 फलों को डाइट में कर लिया शामिल तो चेहरे पर नहीं नजर आएगी फाइन लाइन
वजाइनल डिस्चार्ज की परेशानी करे दूर
आपको बता दें कि बरगद की छाल का काढ़ा व्हाइट डिस्चार्ज की परेशानी को दूर करता है. इसके लिए आप सूती कपड़े को काढ़े में डुबोकर अपनी योनि पर कुछ देर के लिए रखें. फिर साफ पानी से धो लीजिए. ऐसा आप दिन में 2 बार करिए. इससे व्हाइट डिस्चार्ज की परेशानी को कम किया जा सकता है.
आपको 100 ग्राम बरगद की छाल छोटा-छोटा काटकर 250 ग्राम तिल के तेल में डालकर अच्छे से उबाल लीजिए. जब इसका रंग काला हो जाए तो गैस बंद कर लीजिए. अब आप इसको एक कंटेनर में छानकर रख लीजिए. इसके बाद इस तेल से हर सप्ताह में स्कैल्प को अच्छे से मालिश दीजिए. ऐसा करने से आपको 15 दिन में बाल की सेहत में अंतर नजर आने लग जाएगा.
मुंह में होने वाले छालों का ठीक करने में बरगद की पेड़ की छाल का काढ़ा पी सकते हैं. इसके काढ़े में घाव भरने की क्षमता होती है.यह दर्द और सूजन को भी कम करने का काम करता है.
वहीं, जो लोग खांसी से परेशान हैं उन्हें भी यह काढ़ा बहुत आराम पहुंचाता है. दरअसल इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे गुण होते हैं, जो सर्दी जुकाम को दूर करते हैं.
यह काढ़ा आपको अनिद्रा से भी राहत दिलाता है.अच्छी नींद के लिए आपको रोज इसका सेवन करना चाहिए. इसके सेवन से मानसिक परेशानियां दूर होती हैं.
इस काढ़े को बनाने के लिए सबसे पहले 2 गिलास पानी पी लीजिए, इसमें 10 ग्राम करीब बरगद की छाल डालकर आधा होने तक उबालिए. अब इस काढ़े के नियमित रूप से सेवन करिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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