
Baba Ramdev Anti Aging: शेफाली जरीवाला (Shefali Jariwala) का 42 साल की उम्र में दुनिया से चले जाना सभी के लिए हैरान कर देने वाली खबर है. वे फिट दिखती थीं और जिम वगैरह किया करती थीं. इसके बाद भी एक्ट्रेस का कार्डियाक अरेस्ट (Cardiac Arrest) से जान गंवाना कई तरह के सवाल खड़े करता है. एक्ट्रेस का एंटी-एजिंग दवाइयां लेना भी मौत की वजह बताया जा रहा है. ऐसे में NDTV India ने बाबा रामदेव से इस मुद्दे पर चर्चा की. योगगुरु बाबा रामदेव ने बताया कि एंटी-एजिंग दवाइयों का सेवन खतरनाक है और ये दवाइयां शरीर में विध्वंस पैदा कर देती हैं. योगगुरु ने इस बात का भी जिक्र किया कि व्यक्ति किस तरह प्राकृतिक रूप से जवान दिख सकता है.
लोगों का एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट्स के लिए ऑब्सेशन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शेफाली जरीवाला की जिस दिन मृत्यु हुई उस दिन उन्होंने व्रत रखा हुआ था और एंटी-एजिंग इंजेक्शन (Anti Aging INjection) लिया जिससे उनका बीपी लो हो गया और वह रिकवर नहीं कर पाईं. शेफाली जरीवाला ने खुद इस बात का जिक्र किया था कि वे एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट करवा रही थीं. एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट्स या दवाइयां जवां दिखने के लिए अपनाए जाते हैं जिनसे चेहरे पर झुर्रियां नजर ना आएं और चेहरे पर कसावट बनी रहे. इनमें केमिकल शरीर में जाता है. ये सभी चीजें हानिकारक हो सकती हैं.
बाबा रामदेव से सवाल किया गया कि एक्ट्रेसेस के एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट्स (Anti Aging Treatments) करवाने को लेकर उनका क्या कहना है जिसपर योग गुरु ने जवाब दिया कि लोग बोटॉक्स करवाते हैं, स्किन को यहां से वहां शिफ्ट करवाते हैं या होंठों वगैरह की सर्जरी करवा लेते हैं. इन ट्रीटमेंट्स में वे कभी त्वचा को खिंचवाते हैं तो कभी नकली बाल वगैरह लगाते हैं. लेकिन, जितना ज्यादा प्राकृतिक रहा जाएगा और नेचुरल चीजों को ही अपने लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाया जाएगा उतना ही अंदरूनी और बाहरी रूप से स्वस्थ रहा जा सकता है. जितनी छेड़छाड़ की जाएगी उतनी ही दिक्कतें बढ़ती हैं.
किस तरह सचमुच दिखा जा सकता है जवानबाबा रामदेव ने कहा कि "एक होता है जवान होना और एक है जवान दिखना. लोग चाहते हैं कि उनका शरीर अच्छा रहे लेकिन उसके लिए वे जो साधन आजमाते हैं वो सिंथेटिक दवा और सिंथेटिक न्यूट्रास्युटिकल्स का इस्तेमाल करते हैं. हमारी शरीर की सेल मेमोरी को प्राकृतिक चीजें, जड़ी-बूटियां और नैसर्गिक आहार ही सूट करता है. ये सिंथेटिक चीजें जब लंबे समय तक ली जाती हैं तो ये हमारे जीवनीय ऊर्जा में विध्वंस पैदा कर देती हैं. इसका परिणाम यह होता है कि किसी को स्ट्रोक आता है, किसी को हार्ट अटैक आता है या किसी का लिवर या किडनी फैल हो जाता है." बाबा रामदेव न आगे कहा कि सिंथेटिक दवाइयों से दूर रहकर जितना सात्विक खाया जाए, योगा की जाए और प्राकृतिक चीजों को जीवन का हिस्सा बनाया जाए उतनी ही व्यक्ति की उम्र बढ़ेगी और व्यक्ति 60 की उम्र में भी 30 का नजर आएगा.
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