
Shefali Bagga Spoke About Situationship: टीवी एक्टर और एंकर पारस छाबड़ा सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं और अपने मोटिवेशनल, डिवोशनल और इंस्पिरेशनल वीडियो शेयर करते रहते हैं. हाल ही में टीवी एंकर और जर्नलिस्ट शेफाली बग्गा के साथ उनका एक वीडियो वायरल हो रहा हैं, जिसमें शेफाली बग्गा ऐसे रिलेशनशिप के बारे में बता रही है, जो साथ रहना भी चाहते हैं लेकिन लोगों को दिखाना भी नहीं चाहते हैं. ऐसे रिलेशनशिप के बारे में उनकी क्या राय (Situationship Kya Hai) है, आइए आपको दिखाते हैं यह वायरल वीडियो.
पारस छाबड़ा और शेफाली बग्गा का वायरल वीडियो (Viral Video Of Paras Chhabra And Shefali Bagga)
इंस्टाग्राम पर paraschhabra नाम से बने पेज पर टीवी एक्टर पारस छाबड़ा और फेमस एंकर शेफाली बग्गा का एक वीडियो शेयर किया गया हैं. इस वीडियो में शेफाली बता रही है कि आजकल के रिलेशनशिप ऐसे हो गए हैं कि लोग रिश्ते में रहना भी चाहते हैं और दिखना भी नहीं चाहते हैं. वह कहती हैं कि ऐसे रिश्ते में लोग हाथ भी पकड़ना चाहते हैं, लेकिन साथ में बैठना नहीं चाहते. आज के रिलेशनशिप होते ही ऐसे हैं कि आपको अपनाना भी नहीं है और पराया भी नहीं करना, यह एक तरह से सिचुएशनशिप पर चलने वाले रिश्ते हैं, लेकिन शेफाली का मानना है कि रिश्ता अगर है, तो उसे अच्छी तरह से निभाना चाहिए. सिचुएशनशिप पर रिश्ते नहीं चलते हैं. सोशल मीडिया पर पारस और शेफाली का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, हजारों लोग इसे लाइक कर चुके हैं. एक यूजर ने लिखा कि शेफाली मैडम ने बिल्कुल सही बात कही.
क्या होती है सिचुएशनशिप
सिचुएशनशिप वह रिलेशनशिप होता है, जिसमें दो लोग एक दूसरे के साथ टाइम स्पेंड करते हैं. फिजिकल-इमोशनली जुड़े होते हैं लेकिन उनके रिश्ते की कोई क्लियर डेफिनेशन नहीं होती है. जैसे बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड, पार्टनर या कमिटेड कपल. यह सिचुएशन के हिसाब से अपने रिश्ते को मॉडिफाई कर लेते हैं.
सिचुएशनशिप की पहचान कैसे करें
- सिचुएशनशिप को पहचानने के लिए आपको कुछ चीजों को मॉनिटर करना बहुत जरूरी है.
- एक दूसरे को पसंद करते हैं, लेकिन रिलेशनशिप का टैग नहीं देना चाहते.
- कोई भी भविष्य की प्लानिंग नहीं होती है, जैसे- शादी या लॉन्ग टर्म प्लान.
- बातचीत और मुलाकात तो होती है, लेकिन कभी भी कोई क्लेरिटी नहीं होती है.
- सिचुएशनशिप में इमोशनल कनेक्शन होता है पर किसी प्रकार की कोई कमिटमेंट नहीं होता है.
- सिचुएशनशिप में एक दूसरे से छुपा कर रिलेशनशिप निभाया जाता है और दूसरों से रिश्ते को छुपा कर रखा जाता है.
- जब भी रिलेशनशिप की बात होती है, तो यह बातें बदल देते हैं या सिर्फ फ्रेंड्स का टैग लगा देते हैं.
क्यों सिचुएशनशिप में होते हैं पार्टनर
- जब लोग अपने रिलेशनशिप के लिए रेडी नहीं होते तो वह सिचुएशनशिप में होते हैं. कमिटमेंट से डरने वाले लोग अक्सर सिचुएशनशिप का ख्याल मन में लाते हैं. ब्रेकअप के बाद अकेलेपन को भरने के लिए सिचुएशनशिप का सहारा लेते हैं. सिर्फ टाइम पास और कंपनी के लिए सिचुएशनशिप करते हैं. किसी एक को फीलिंग्स होती है, तो दूसरे को फीलिंग्स नहीं होती है.
- सिचुएशनशिप के नुकसान : सिचुएशनशिप में इमोशनली डिस्टरबेंस होता है, क्लेरिटी की कमी होती है. बार-बार कंफ्यूजन होता है. एक तरफा उम्मीदें होती है और ऐसे रिश्ते से मूव ऑन करना भी मुश्किल होता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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