
How to apply Salicylic acid on face: हेल्दी स्किन के लिए अच्छा स्किनकेयर रूटीन होना बेहद जरूरी है. वहीं, आज के समय में सैलिसिलिक एसिड स्किनकेयर रूटीन का एक अहम हिस्सा बन चुका है. ये खासतौर पर एक्ने, ब्लैकहेड्स और पिंपल्स की समस्या को कम करने में मदद करता है. स्किन एक्सपर्ट्स भी सैलिसिलिक एसिड को बेहद फायदेमंद बताते हैं. हालांकि, इन फायदों को पाने के लिए इसका सही तरीके से इस्तेमाल करना जरूरी है. ऐसे में आइए डर्माटॉलॉजिस्ट से जानते हैं चेहरे पर सैलिसिलिक एसिड लगाने का सही तरीका क्या है और इसे लगाते समय किन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है.
क्या है सैलिसिलिक एसिड लगाने का सही तरीका?
मामले को लेकर फेमस डर्माटॉलॉजिस्ट निरुपमा परवंदा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में एक्सपर्ट बताती हैं, ज्यादातर लोग सैलिसिलिक एसिड लगाते समय कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिससे इसके फायदे उल्टा नुकसान में बदल सकते हैं.
सैलिसिलिक एसिड लगाते हुए न करें ये 5 गलतीनंबर 1- नम त्वचा पर न लगाएं
डर्माटॉलॉजिस्ट बताती हैं, सैलिसिलिक एसिड को हमेशा सूखी त्वचा पर ही लगाना चाहिए. अगर आप इसे नम त्वचा पर लगाते हैं, तो यह ड्राइनेस, जलन और इरिटेशन को बढ़ा सकता है. इसलिए चेहरे को धोने के बाद अच्छी तरह पोंछें और फिर एसिड लगाएं.
नंबर 2- मॉइस्चराइजर लगाना न भूलेंसैलिसिलिक एसिड एक एक्सफोलिएटिंग एजेंट है, जो डेड स्किन सेल्स को हटाता है, जिससे त्वचा रूखी हो सकती है. इसलिए इसके बाद एक हल्का लेकिन हाइड्रेटिंग मॉइस्चराइजर जरूर लगाएं. इससे स्किन की नमी बनी रहेगी और जलन या रुखेपन की समस्या नहीं होगी.
नंबर 3- दूसरे स्ट्रॉन्ग एसिड्स के साथ मिक्स न करेंसैलिसिलिक एसिड को रेटिनॉल, ग्लाइकोलिक एसिड या अन्य स्ट्रॉन्ग ऐक्टिव्स के साथ मिक्स करना स्किन के लिए हानिकारक हो सकता है. इससे स्किन ओवरएक्सफोलिएट हो सकती है, जिससे जलन, लालिमा और पीलिंग हो सकती है. ऐसे में एक समय में सिर्फ एक ऐक्टिव इंग्रीडिएंट का ही इस्तेमाल करें.
नंबर 4- जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल न करेंसैलिसिलिक एसिड को हर दिन लगाना जरूरी नहीं होता. हफ्ते में 2 से 3 बार इसका इस्तेमाल काफी होता है. ज्यादा बार इस्तेमाल करने से त्वचा का नेचुरल बैरियर डैमेज हो सकता है.
नंबर 5- सनस्क्रीन लगाना न भूलेंइन सब से अलग अगर आप रात में सैलिसिलिक एसिड का इस्तेमाल करते हैं, तो दिन में सनस्क्रीन जरूर लगाएं. सनस्क्रीन स्किन डैमेज, डार्क स्पॉट्स और प्रीमैच्योर एजिंग से भी बचाव करती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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