
Indian Ambassador USA Salary: क्या आप जानते हैं कि भारत के विदेश मंत्रालय के ऑफिसर, जो अमेरिका जैसे बड़े देशों में राजदूत के पद पर तैनात होते हैं, उन्हें सैलरी डॉलर, रुपए या किसी अन्य करेंसी में मिलती है. क्या यह सैलरी सिर्फ बेसिक पे होती है या इसके साथ ही अलाउंस और फायदे भी जुड़े होते हैं. इस आर्टिकल में हम डिटेल्स में जानेंगे राजदूत कौन होते हैं और उनका काम क्या है, अमेरिका (US) में तैनात भारतीय राजदूत को कितनी और किस करेंसी में सैलरी मिलती है, उनके भत्ते-सुरक्षा और अन्य सुविधाएं क्या-क्या मिलती हैं...
राजदूत कौन होता है और उनका क्या काम होता है
राजदूत वह अधिकारी होता है जिसे किसी देश का सरकार अपने विदेश मंत्रालय के माध्यम से दूसरे देश में अपना प्रतिनिधि नियुक्त करती है. उनका काम दो देशों के बीच संबंध बनाना और मजबूत करना, भारत का प्रतिनिधित्व करना, वहां रहने वाले भारतीयों की मदद करना, जैसे पासपोर्ट, वीजा या किसी इमरजेंसी में मदद, व्यापार और निवेश बढ़ाना होता है. सिंपल शब्दों में कहें तो राजदूत वह व्यक्ति है जो विदेश में भारत की 'आवाज और चेहरा' बनकर काम करता है.
क्या अमेरिका में भारतीय राजदूत को डॉलर में सैलरी मिलती है
इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) के अधिकारी राजदूत के पद पर नियुक्त होते हैं. राजदूतों की सैलरी उनके देश की सरकार तय करती है, न कि जिस देश में वे तैनात हैं. जैसे, भारत में तैनात अमेरिकी राजदूत को डॉलर में सैलरी मिलती है, जबकि भारत के राजदूत को भारतीय रुपए में सैलरी मिलती है. राजदूतों की सैलरी विदेश मंत्रालय और संबंधित दूतावास के माध्यम से होता है. यह उनके देश की वित्तीय नीतियों, कूटनीतिक स्थिति और तय वेतनमान के हिसाब से तय होता है.
क्या अमेरिका में भारतीय राजदूत को अलाउंस भी मिलता है
अमेरिका में तैनात राजदूतों को सिर्फ बेसिक सैलरी (Ambassador Salary) ही नहीं, बल्कि कई भत्ते और सुविधाएं भी मिलती हैं. उन्हें हाउस रेंट अलाउंस (HRA), उनके और फैमिली के लिए मेडिकल और हेल्थकेयर भत्ता, गाड़ी या ड्राइवर की सुविधा, परिवार में बच्चे हैं तो उनकी पढ़ाई-लिखाई के लिए भत्ता और लॉजिस्टिक सपोर्ट यानी सरकारी निवास, सुरक्षा और प्रशासनिक सहायता दी जाती है.
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