
IAS Promotion Perks: भारत में IAS अधिकारी बनने का सपना हर किसी का होता है. इस पद का रुतबा और पावर इतनी बड़ी होती है कि लोग विदेशों में लाखों करोड़ों की नौकरी छोड़कर भी यूपीएससी की तैयारी करने लगते हैं. सिर्फ परीक्षा पास करना ही पर्याप्त नहीं होता, बल्कि अच्छी रैंक भी लानी पड़ती है. IAS अधिकारी बनने के बाद कैबिनेट सेक्रेटरी तक का सफर तय किया जा सकता है. इस दौरान अधिकारियों की जिम्मेदारियां बढ़ती हैं और साथ ही उनकी सैलरी भी बढ़ती है. आइए जानते हैं आईएएस अधिकारियों का प्रमोशन क्रम और सैलरी (IAS Salary) से जुड़ी पूरी डिटेल.
आईएएस बनने की जर्नी और प्रमोशन
आईएएस अधिकारी अपने करियर की शुरुआत केंद्रीय सचिवालय में असिस्टेंट सेक्रेटरी, राज्य सचिवालय में अंडर सेक्रेटरी और जिले में एसडीएम के पद से करते हैं. पांच से आठ साल में अंडर सेक्रेटरी, डिप्टी सेक्रेटरी और एडीएम बनते हैं. नौ से बारह साल में डिप्टी सेक्रेटरी, ज्वाइंट सेक्रेटरी और डीएम के रूप में काम करते हैं.
13 से 16 साल में डायरेक्टर और स्पेशल सेक्रेटरी बनते हैं. 16 से 24 साल में ज्वाइंट सेक्रेटरी, सेक्रेटरी कम कमिश्नर और डिविजनल कमिश्नर बनते हैं. पच्चीस साल बाद एडिशनल सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी और डिविजनल कमिश्नर का पद मिलता है.
आईएएस अधिकारियों की सैलरी और नियम
आईएएस अधिकारियों के प्रमोशन के लिए स्क्रीनिंग कमेटियां बनाई जाती हैं. जो खाली पड़े पदों को भरने का फैसला करती हैं. और, उनके अनुसार योग्य अधिकारियों का चयन करती हैं. चयन प्रक्रिया निष्पक्ष ही मानी जाती है. सैलरी अनुभव और पद दोनों के ही अनुसार बढ़ती है.
शुरुआती पद पर 56,100 रुपए, उसके अगले ग्रेड में 67,700 और 78,800 रुपए मिलते हैं. डायरेक्टर या स्पेशल सेक्रेटरी बनने पर 1,18,500 रुपए, ज्वाइंट सेक्रेटरी या डिविजनल कमिश्नर बनने पर 1,44,200 रुपए मिलते हैं. एडिशनल सेक्रेटरी या प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनने पर 1,82,200 रुपए, एडिशनल चीफ सेक्रेटरी 2,05,400 रुपए और कैबिनेट सेक्रेटरी 2,50,000 रुपए तक सैलेरी हो जाती है.
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