
DM-SDM Roles and Facilities : देश में लाखों छात्रों का सपना डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट (DM) या सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) बनने का होता है. हर साल लाखों की संख्या में कैंडिडेट्स सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं में बैठते हैं, लेकिन सिर्फ 800-900 को ही सफलता मिलती है. इनमे भी डीएम और एसडीएम बन पाना बेहद खास होता है. ये दोनों ही पद भारत में प्रशासनिक सेवा के सबसे पावरफुल पदों (Roles and duties of DM and SDM in India) में हैं. क्या आप जानते हैं कि इन अधिकारियों को कौन-कौन सी सुविधाएं (DM and SDM official allowances and career) मिलती हैं और इनका सेलेक्शन (Selection process for DM and SDM) कैसे होता है. अगर नहीं, तो आइए जानते हैं एक-एक जानकारी...
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1. डीएम कौन होता है - Who is District Magistrate
डीएम को जिले का राजा कहा जाता है. डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट जिले का सबसे पावरफुल प्रशासनिक अधिकारी होता है. DM का मुख्य काम जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखना, सरकारी योजनाओं को लागू करना और नीतियों पर नजर रखना है.
डीएम की मुख्य जिम्मेदारियां क्या हैं - DM Responsibilities
- जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखना
- विकास और सरकारी योजनाओं पर नजर रखना
- आपदा या संकट के समय फैसले लेना
- चुनावों का संचालन और निगरानी करना
- सरकारी विभागों के काम को सही से जोड़ना और संभालना
डीएम का सेलेक्शन प्रोसेस - DM Selection Process
डीएम यानी जिला अधिकारी बनने का मुख्य रास्ता IAS (Indian Administrative Service) है. इसके लिए UPSC की सिविल सर्विसेज परीक्षा (UPSC Civil Services Exam) पास करना जरूरी होता है. सेलेक्शन तीन स्टेप्स प्री, मेंस और इंटरव्यू में पूरा होता है.
डीएम सेलेक्शन स्टेप्स
प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)- सामान्य अध्ययन और CSAT
मुख्य परीक्षा यानी मेंस (Mains Exam)- सब्जेक्ट बेस्ड पेपर और निबंध
इंटरव्यू और पर्सनालिटी टेस्ट- कैंडिडेट की नेतृत्व क्षमता और फैसले लेने की क्षमता चेक की जाती है.
DM को कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती हैं - DM Facilities
1. IAS अधिकारी के रूप में DM को बेसिक सैलरी के साथ DA, HRA और TA मिलते हैं.
2. DM को सरकारी बंगले में रहने की सुविधा मिलती है.
3. डीएम के लिए ऑफिस और फील्ड वर्क के लिए सरकारी गाड़ी और ड्राइवर उपलब्ध रहता है. इसके अलावा नौकर भी मिलता है.
4. परिवार समेत सरकारी अस्पताल और मेडिकल खर्च कवर की सुविधा दी जाती है.
5. राज्य और केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार छुट्टियां और यात्रा भत्ते मिलते हैं.
6. आपदा नियंत्रण, संकट प्रबंधन या अन्य जिम्मेदारियों के लिए अतिरिक्त भत्ते मिलते हैं.
DM से कैरियर ग्रोथ कैसे होती है
डीएम के रूप में काम शुरू करने के बाद अधिकारी को लगातार प्रमोशन के अवसर मिलते हैं. एक्सपीरिएंस, परफॉर्मेंस और प्रशासनिक स्किल्स के आधार पर स्टेट सेक्रेटरी, जॉइंट सेक्रेटरी और चीफ सेक्रेटरी जैसे हाई पोस्ट तक पहुंच सकते हैं. साथ ही डीएम को सरकारी प्रोजेक्ट्स में अहम जिम्मेदारियां निभाने का मौका मिलता है और अच्छे परफॉर्मेंस पर इंटरनेशनल ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स में पार्टिसिपेट करनेका मौका भी मिलता है.
2. SDM कौन होता है - Who is Sub-Divisional Magistrate
सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट यानी उप-जिला मजिस्ट्रेट जिले में आने वाले सब-डिविजन का प्रशासनिक प्रभारी होता है. SDM का काम स्थानीय प्रशासन और कानून-व्यवस्था बनाए रखना होता है. इसके अलावा अपने क्षेत्र के अधिकारियों का काम संभालना और देखना, कानून और व्यवस्था बनाए रखना, स्थानीय विवाद सुलझाना, जमीन और विकास योजनाओं पर नजर रखना, आपदा या संकट के समय फैसले लेना और योजनाओं को लागू करना और अपने इलाके में प्रशासनिक फैसले लेने जैसी जिम्मेदारियां भी होती हैं.
एसडीएम का सेलेक्शन प्रोसेस - SDM Selection Process
SDM बनने के लिए उम्मीदवार को IAS बनना पड़ता है या स्टेट सिविल सर्विसेज एग्जाम (State Civil Services Exam) पास करना होता है. एसडीएम अक्सर IAS ट्रेनी के पहले पोस्टिंग के रूप में नियुक्त किया जाता है. इसके लिए भी तीन स्टेप प्री, मेंस और इंटरव्यू क्लियर करना पड़ता है.
एसडीएम सेलेक्शन स्टेप्स
प्रीलिम्स एग्जाम- सामान्य अध्ययन और CSAT
मेंस एग्जाम- सब्जेक्ट बेस्ड पेपर और निबंध
इंटरव्यू और पर्सनालिटी टेस्ट- प्रशासनिक क्षमता और फैसले लेने की क्षमता को चेक करना
SDM बनने के लिए प्रशासनिक कानून, लोकल गवर्नेंस और पब्लिक कम्युनिकेशन स्किल्स जरूरी है.
SDM को मिलने वाली सुविधाएं - SDM Facilities
SDM को अपनी सैलरी के अलावा कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं. इसमें सरकारी आवास, सुरक्षा गार्ड, हाउस हेल्प जैसे माली और कुक, सरकारी वाहन (सायरन सहित), टेलीफोन कनेक्शन और मुफ्त बिजली शामिल हैं. इसके साथ ही आधिकारिक काम या यात्राओं के दौरान उन्हें हाई कैटेगरी का सरकारी आवास मिलता है और रिटायरमेंट के बाद पेंशन भी मिलती है.
SDM का प्रमोशन कहां तक होता है
एसडीएम के रूप में काम शुरू करने के बाद अधिकारी को लगातार प्रमोशन के मौके मिलते हैं. एक्सपीरिएंस और अच्छा प्रशासनिक परफॉर्मेंस दिखाने पर एडिशनल डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट (ADM), डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट (DM और बाद में स्टेट सेक्रेटरी या अन्य हाई पदों पर पहुंच सकते हैं. उन्हें सरकारी प्रोजेक्ट्स और ट्रेनिंग प्रोग्राम्स में हिस्सा लेने का मौका भी मिलता है, जिससे उनके करियर में और ग्रोथ होता है.
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