सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के बाहर आग लगाने वाली रेप (Rape) पीड़ित युवती की मौत हो गई है. रेप मामले में पीड़िता (Rape Victim) ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर को खुद को आग लगा ली थी. रेप पीड़िता और उसके दोस्त ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर 16 अगस्त को खुद को आग लगा ली थी. इस मामले में 21 अगस्त को पीड़िता के दोस्त की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. आज पीड़िता की भी मौत हो गई. दोनों ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह करने से पहले फेसबुक पर लाइव (Facebook Live) किया था. फेसबुक लाइव में पीड़िता और उसके दोस्त ने एसएसपी अमित पाठक, सीओ अमरेश सिंह, दरोगा संजय राय और उसके बेटे विवेक राय, पूर्व आईजी अमिताभ ठाकुर पर आरोप लगाया था.
पूर्वी यूपी की एक 24 वर्षीय युवती जिसने साल 2019 में बसपा सांसद अतुल राय पर बलात्कार का आरोप लगाया था, की दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई. एक हफ्ते पहले उसने और उसके पुरुष मित्र ने दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के गेट के बाहर खुद को आग लगा ली थी. वाराणसी में उसने बलात्कार का मामला दर्ज कराया था. उसने आरोप लगाया था कि वाराणसी पुलिस जेल में बंद सांसद और उसके रिश्तेदारों के साथ मिलीभगत कर रही थी. शनिवार को युवती के दोस्त की जलने से मौत हो गई थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक आग से 24 वर्षीय युवती 85 फीसदी और 27 वर्षीय व्यक्ति 65 फीसदी तक जल गया था.
मई 2019 में युवती ने पूर्वी यूपी के घोसी से बसपा के सांसद अतुल राय के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने वाराणसी में अपने आवास पर उसके साथ बलात्कार किया. राय ने एक महीने बाद आत्मसमर्पण कर दिया और जेल गए. वे अभी भी जेल में हैं.
नवंबर 2020 में बलात्कार के आरोपी सांसद के भाई ने वाराणसी में महिला के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज कराया था. इस साल अगस्त में अदालत ने युवती के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. पुलिस जालसाजी मामले की जांच कर रही थी और उसने कथित तौर पर अदालत को बताया था कि युवती का पता नहीं चल रहा है.
इसके बाद युवती और उसका दोस्त दिल्ली पहुंचे. उन्होंने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के गेट के बाहर खुद को आग लगाने से पहले एक फेसबुक लाइव किया. इस लाइव में उन्होंने यूपी पुलिस पर सांसद और उनके रिश्तेदारों के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया और कहा कि न्याय की उम्मीद नहीं है. लाइव फुटेज में दिखाया गया है कि युवती और उसका पुरुष दोस्त अपने ऊपर एक ज्वलनशील पदार्थ डालते हैं और खुद को आग लगा लेते हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया था कि 18 अगस्त को वाराणसी के दो पुलिसकर्मियों को आत्मदाह की घटना को लेकर निलंबित कर दिया गया. निलंबित पुलिस अधिकारी वाराणसी कैंट पुलिस स्टेशन के एसएचओ राकेश सिंह और जांच अधिकारी गिरिजा शंकर थे. वे पीटीआई के अनुसार युवती के खिलाफ जालसाजी मामले की जांच कर रहे थे.