UP Assembly Elections 2022: केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के लोनी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान शाह ने इतिहास के तैमूर लंग से लेकर पाकिस्तान तक का मुद्दा उठाया. अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख धारा 370 हटाने का विरोध कर वोट बैंक की राजनीति कर रहे थे. अमित शाह ने कहा, "चाहे तैमूर लंग से लड़ना हो या अंग्रेजों से ... लोनी की इस भूमि ने कभी पीठ नहीं दिखाई...धारा 370 हटाने का अखिलेश यादव क्यों विरोध कर रहे थे? क्या वोट बैंक के लिए आप विरोध कर रहे थे?".
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2022 की लोनी की जंग में अमित शाह अपने भाषण में तैमूर लंग से लेकर पाकिस्तान तक को ले आए. लोनी विधानसभा क्षेत्र में करीब 36 फीसदी मतदाता मुस्लिम है और उनकी नजर यहां चुनावों में वोटरों के ध्रुवीकरण पर है. अमित शाह ने कहा, "आजम खान कहां है... जेल में है. अतीक अहमद कहां है... जेल में है...मुख्तार अंसारी कहां है... जेल में है...2022 का चुनाव उत्तर प्रदेश के माफियाओं को चुन चुन कर खत्म करने का चुनाव है...2022 का चुनाव उत्तर प्रदेश को सबसे विकसित राज्य बनाने का चुनाव है", हालांकि लोनी विधानसभा क्षेत्र में आम वोटरों के लिए सबसे अहम मुद्दा इलाके का पिछड़ापन और विकास की बुनियादी सुविधाओं की कमी है.
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मोहम्मद रजा लोनी इलाके में पान की दुकान चलाते हैं. वे कहते हैं, 'हमें दिल्ली जैसा विकास चाहिए.' रजा कहते हैं, "लोनी दिल्ली के इतने करीब है लेकिन फिर भी यहां विकास नहीं हो पा रहा है. हमें दिल्ली जैसी सुविधाएं चाहिए. यहां स्कूल-कॉलेजों की सुविधा नहीं है.' लोनी इलाके में पिछले दो दशक से रह रहे मजदूर आकाश इस बात से परेशान हैं कि बिजली सप्लाई आज भी उनके घर तक नहीं पहुंची है. आकाश ने NDTV से कहा, "मैं 20 साल से लोनी में रह रहा हूं मेरे घर में अभी बिजली की डायरेक्ट सप्लाई नहीं है. 'कांटा' फेंककर पास की पावर लाइन से बिजली लेनी पड़ती है".लोनी निवासी नीतू चौधरी कहती हैं, "लोनी में पानी के निकासी की सुविधा नहीं है. बारिश होने से हर जगह जलभराव हो जाता है बहुत समस्या होती है". जाहिर है, लोनी विधानसभा क्षेत्र में आम लोगों के लिए सबसे अहम चुनावी मुद्दा बिजली, पानी, शिक्षा और विकास जैसी बुनियादी सुविधाएं है.वह रोजगार के बेहतर अवसर चाहते हैं.