राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने पार्टी विधायकों और कार्यकर्ताओं से आज शरद पवार द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल होने का आग्रह किया है. अजित पवार की अध्यक्षता वाले प्रतिद्वंद्वी गुट ने भी आज सभी पार्टी विधायकों की बैठक की घोषणा की है.
सुप्रिया सुले ने एक वीडियो में कहा, "विनम्र निवेदन है कि आप सभी बड़ी संख्या में इस बैठक में शामिल हों. वर्तमान स्थिति में, '83 वर्षीय योद्धा' यानी हमारे आदरणीय पवार साहब सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करने जा रहे हैं, ताकि हमारी पार्टी को आगे की दिशा मिल सके."
यह बैठक सुप्रिया सुले के चचेरे भाई अजित पवार के विपक्ष के नेता का पद छोड़ने और महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल होने के बाद की जा रही है. अजित पवार भाजपा के देवेन्द्र फड़नवीस के साथ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बने हैं.
विद्रोह के एक दिन बाद, शरद पवार ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और महासचिव और कोषाध्यक्ष सुनील तटकरे को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण बर्खास्त कर दिया, जिन्होंने विद्रोह में अजित पवार का साथ दिया था.
अजित पवार खेमे ने तुरंत पलटवार करते हुए राज्य राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल को हटा दिया और नई नियुक्तियां कीं.
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दोनों गुटों के राकांपा विधायकों के समर्थन का दावा करने के बीच आज की बैठकों में ये बात काफी हद तक साफ हो जाएगी कि वास्तव में किस पक्ष के पास कितनी संख्या है.
शरद पवार की पार्टी राकांपा ने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को एक याचिका सौंपी है, जिसमें अजित पवार और उनके आठ वफादारों को अयोग्य ठहराने की मांग की गई है. पार्टी ने भारतीय चुनाव आयोग (ईसी) को भी पत्र लिखकर बताया है कि 1999 में एनसीपी की स्थापना करने वाले शरद पवार पार्टी के प्रमुख बने रहेंगे और नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा.
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