प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को चुनावी राज्य कर्नाटक के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं से जनता को ‘डबल इंजन' सरकार के फायदे और इसके ना होने के नुकसान गिनाने तथा ‘रेवड़ी संस्कृति' से आगाह करने का आह्वान किया. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने यह भी कहा कि जिस पार्टी की ‘वारंटी' ही समाप्त हो चुकी है तो उसकी ‘गारंटी' (चुनावी वादों) का क्या मतलब है. यहां लाखों भाजपा कार्यकर्ताओं को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए मोदी ने आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए बूथ स्तर पर पार्टी के प्रचार को मजबूत करने के लिए प्रेरित भी किया और कहा कि ‘डबल इंजन' की सरकार होने का सीधा मतलब राज्यों में विकास की दोगुनी रफ्तार से है और इसके ना होने से जनता पर ‘डबल मार' पड़ती है.
कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस की 'गारंटी'
कर्नाटक चुनावों के लिए कांग्रेस ने सत्ता में आने पर जनता को ‘गारंटी' की घोषणा की है. उसकी इस घोषणा में सभी घरों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली (गृह ज्योति) , हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता, स्नातक युवाओं के लिए 3,000 रुपये और डिप्लोमा धारकों (18 से 25 वर्ष आयु वर्ग) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवानिधि) शामिल हैं. इसी से संबंधित भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मुफ्तखोरी के कारण राज्य कर्ज में डूबे हुए हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि देश और सरकारों को इस तरह नहीं चलाया जा सकता.
आने वाली पीढ़ियों की कोई चिंता नहीं
पीएम मोदी ने कहा, "हमारे देश में कुछ राजनीतिक दलों ने राजनीति को सिर्फ सत्ता और भ्रष्टाचार का साधन बना दिया है और इसे हासिल करने के लिए वह साम, दाम, दंड, भेद हर तरह का तरीका अपना रहे हैं. इन राजनीतिक दलों को देश के भविष्य की और आने वाली पीढ़ियों की कोई चिंता नहीं है. मुफ्त की रेवड़ी की राजनीति की वजह से कई राज्य बेतहाशा खर्च ‘अपनी दलगत राजनीति की भलाई के लिए' कर रहे हैं. राज्य कर्ज में डूबते चले जा रहे हैं और आने वाले पीढ़ियों का भी वह खाए जा रहे हैं. देश ऐसे नहीं चलता, सरकार ऐसे नहीं चलती है. सरकार को पीढ़ियां बनाने के लिए भी काम करना होता है. सरकार को वर्तमान के साथ-साथ भविष्य का भी सोचना पड़ता है."
विकसित भारत के निर्माण के लिए काम कर रही भाजपा...
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारें सुबह-शाम रोजमर्रा की जरूरतों के लिए नहीं चल सकतीं, बल्कि उन्हें संपदा बनानी पड़ती है, ताकि दशकों तक देश के हर परिवार का जीवन ठीक से चलता रहे. उन्होंने कहा कि इसलिए भाजपा शॉर्टकट नहीं, बल्कि विकसित भारत के निर्माण के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस अब उस स्थिति में है, जब वह ना कोई सच्ची गारंटी दे सकती है और ना कुछ अन्य... कांग्रेस की वारंटी तो बहुत पहले ही खत्म हो चुकी है." उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "जिसकी वारंटी खत्म हो चुकी है, उसकी गारंटी का मतलब क्या है जी."
कांग्रेस पर ‘रेवड़ी संस्कृति' को लेकर निशाना
कांग्रेस पर ‘रेवड़ी संस्कृति' को लेकर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उसने हिमाचल और राजस्थान जैसे राज्यों में भी चुनाव जीतने पर ‘गांरटी' की घोषणा की थी, लेकिन आज भी दोनों राज्यों के लोग इसका इंतजार ही कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "रेवड़ी बांटने वाले आपको मूर्ख बनाने की कोशिश करते हैं. आप अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सोचिए. कांग्रेस मतलब झूठ की गारंटी... मतलब भ्रष्टाचार की गारंटी... भाई-भतीजावाद की गारंटी."
प्रधानमंत्री की ‘डिजिटल रैली'
भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री का यह संबोधन 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान को धार देने के प्रयास का हिस्सा है. पार्टी ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि 58,112 बूथों से करीब 50 लाख कार्यकर्ता प्रधानमंत्री की इस ‘डिजिटल रैली' में शामिल होंगे. चुनावों में मिल रही चुनौतियों के मद्देनजर भाजपा की प्रदेश इकाई अपने प्रचार अभियान को और भी मजबूत करने के लिए मोदी की ओर देख रही है. प्रधानमंत्री शनिवार से राज्य का दो दिवसीय दौरा करेंगे. इस दौरान उनका छह जनसभाओं को संबोधित करने और दो रोड शो करने का कार्यक्रम है.
‘डबल इंजन' सरकार के फायदे...
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कुछ तात्कालिक चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से देश के गरीब परिवारों को हरसंभव सहायता दी जा रही है और यह सरकार का दायित्व है. इस कड़ी में उन्होंने कोविड रोधी मुफ्त टीकाकरण और मुफ्त अनाज योजनाओं का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि जिंदगी बचाने और देश को आगे बढ़ाने के लिए यह जरूरी कदम थे. मोदी ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे जनता के बीच जाएं और बताएं कि ‘डबल इंजन' सरकार के क्या फायदे हैं. केंद्र व राज्य में एक ही पार्टी की सरकार होने को भाजपा ‘डबल इंजन' की सरकार कहती है. हाल के वर्षों में विधानसभा चुनावों में पार्टी ने इसे एक बड़ा मुद्दा बनाया है. मोदी ने कहा, "डबल इंजन सरकार का सीधा और साधारण मतलब है कि विकास की डबल रफ्तार. बीते नौ वर्षों का यही अनुभव रहा है कि जहां-जहां भाजपा की डबल इंजन की सरकार है, वहां-वहां गरीब कल्याण की योजनाएं तेजी से जमीन पर उतरी हैं."
भारत दुनिया भर के निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरा
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा सरकार नहीं है और लोकतंत्र में यह स्वाभाविक भी है लेकिन वहां वह (सत्ताधारी दल) कोशिश करते हैं कि केंद्र सरकार की कोई भी योजना सफल न हो क्योंकि सफल हो गई तो मोदी की जय-जयकार हो जाएगी. उन्होंने कहा कि कुछ राज्य तो योजना से जुड़ते ही नहीं हैं और कुछ राज्य ऐसे हैं जो योजना का नाम तक बदल देते हैं और स्टीकर नया लगा देते हैं. मोदी ने कहा कि बीते नौ वर्षों में भारत दुनिया भर के निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरा है और इसका बहुत बड़ा लाभ कर्नाटक को मिला है क्योंकि केंद्र व राज्य में एक ही दल की सरकार है. उन्होंने कहा, "अगर यहां ऐसी सरकार आएगी जो बात-बात पर केंद्र सरकार से लड़ती रहेगी, योजनाओं को रोकती रहेगी... अवसंरचना से जुड़ी सारी परियोजनाओं को अटकाती रहेगी... हम सड़कें बनाना चाहेंगे तो जमीन का काम ही धीरे-धीरे करेंगे... तो कैसे निवेश आएगा? निवेश नहीं आएगा तो कर्नाटक में नए रोजगार कैसे बन पाएंगे? यानी डबल इंजन की सरकार के ना रहने पर जनता पर डबल मार पड़ती है."
प्रधानमंत्री ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि अगर ट्रैक्टर के एक पहिये की जगह उसमें मारुति कार का पहिया लगा दें, तो वह क्या किसी के काम आएगा? उन्होंने कहा, "वह खुद ही अपनी बर्बादी करेगा कि नहीं करेगा?" मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका एकमात्र एजेंडा सत्ता हथियाना है, जबकि भाजपा का एजेंडा 25 साल में देश को विकसित बनाना है. प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पहली बार के मतदाताओं से जरूर मिलें और उन्हें भाजपा को वोट देने के लिए प्रेरित करें. उन्होंने कहा, "लंबे अरसे से कर्नाटक में भाजपा का बड़ा जनाधार रहा है. आप पूर्ण बहुमत की स्थिर भाजपा सरकार के लिए वोट मांगेंगे तो जनता जरूर आशीर्वाद देगी."
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