ऋषिकेश एम्स देश में पहली हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करते हुए इतिहास रचने जा रहा है और इसका उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे. इस हेली एंबुलेंस सेवा का नाम संजीवनी है. लगभग 4 सालों के इंतजार के बाद भारत को अपनी पहली हेली एंबुलेंस सेवा मिल रही है. इसके साथ ही ऋषिकेश देश का पहला सरकारी चिकित्सा संस्थान बन जाएगा, जहां हेली एंबुलेंस सेवा उपलब्ध होगी. इस सेवा के शुरू होने से उत्तराखंड में मरीजों को तत्काल मेडिकल उपचार मिलने की सुविधा प्राप्त हो पाएगी.
कैसे मददगार साबित होगी एयर एंबुलेंस
एयर एंबुलेंस सेवा शुरू होने से गंभीर स्थितियों में मरीजों को तुरंत इलाज के लिए मदद मिल सकेगी. एयर एंबुलेंस में मेडिकल सपोर्ट और चिकित्साकर्मी होते हैं, जिसकी वजह से अस्पताल तक ले जाने तक भी मरीजों को जरूरी देखभाल मिल पाती है. यह सेवा दुर्घटनाओं, हार्ट अटैक या फिर अन्य गंभीर बीमारी की स्थितियों में जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
किसी भी बड़ी दुर्घटना या गंभीर समस्या के वक्त हेली एंबुलेंस सेवा की उपलब्धता से अहम सहायता मिल पाती है. इस सेवा से जल्द से जल्द मरीज को अस्पताल पहुंचाया जा सकता है और एक साल तक उत्तराखंड के मरीजों के लिए इस सेवा को नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा.
क्या है संजीवनी योजना
संजीवनी योचना का संचालन केंद्र और राज्य सरकार द्वारा मिलकर किया जा सकता है. केंद्र और राज्य सरकारें इस पर 50-50 प्रतिशत वहन कर रही हैं ताकि मरीजों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सके और उनका इलाज किया जा सके. इस योजना के तहत हेली एंबुलेंस के जरिए कम से कम 30 जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाया जाना जरूरी है. हेली एंबुलेंस में वेंटीलेटर के साथ-साथ सभी जरूरी जीवनरक्षक उपकरण मौजूद होंगे.