खास बातें
- उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से खुर्शीद और उनकी पत्नी द्वारा संचालित जाकिर हुसैन ट्रस्ट से जुड़े आरोपों की जांच किए जाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
नई दिल्ली: अपने वरिष्ठ मंत्रिमंडल सहयोगी का समर्थन करते हुए केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी ने बुधवार को कहा कि विधिमंत्री सलमान खुर्शीद के खिलाफ केवल इन आरोपों के आधार पर कार्रवाई नहीं की जा सकती है कि उनकी अध्यक्षता वाले एनजीओ में कोष का दुरुपयोग किया गया।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से खुर्शीद और उनकी पत्नी द्वारा संचालित जाकिर हुसैन ट्रस्ट से जुड़े आरोपों की जांच किए जाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
नारायणसामी ने कहा कि ट्रस्ट की सीईओ लुई खुर्शीद स्वयं उत्तर प्रदेश सरकार से इन आरोपों की जांच करने को कह चुकी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने स्वयं पहल की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। अब जांच चल रही है। जब तक जांच पूरी नहीं होती है तब तक कोई निष्कर्ष निकालना गलत होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हमें जांच रिपोर्ट का इंतजार करने की जरूरत है जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।’’ नारायणसामी ने एक सम्मेलन से इतर कहा, ‘‘सिर्फ आरोप लगाए गए हैं, इस आधार पर मंत्री (खुर्शीद) के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है। यह पूरी तरह से गैरजरूरी है।’’
गौरतलब है कि इस मामले में खुर्शीद को अरविंद केजरीवाल के हमलों का सामना करना पड़ा जिसके बाद टीवी पर एक स्टिंग आपरेशन में उनसे जुड़े एनजीओ की ओर से असक्त लोगों को उपकरण प्रदान करने से संबंधित कोष के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए थे।
इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर नारायणसामी ने कहा, ‘‘जांच कार्य जारी है और मैं इस पर और कुछ नहीं कह सकता।’’ मंत्री ने राबर्ट वाड्रा और रियल इस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच हुए भूमि सौदों में कथित अनियमितता के बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया। नारायणसामी ने कहा कि यह निजी विषय है।
नारायणसामी तीन दिवसीय राष्ट्रमंडल लोक प्रशासन एवं प्रबंधन संघ (सीएपीएएम) के सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे।