उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2021) से पूर्व भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सोमवार को यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लक्ष्मी (समृद्धि) हाथ के पंजे, हाथी और साइकिल पर नहीं आतीं, बल्कि कमल के फूल पर आतीं हैं. गौरतलब है कि हाथ का पंजा कांग्रेस (Congress), हाथी बहुजन समाज पार्टी (BSP) और साइकिल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का चुनाव चिन्ह है जबकि कमल का फूल भाजपा (BJP) का चुनाव चिन्ह है.
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प्रयागराज जिले के यमुनापार करछना तहसील के करेहा बाग में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिंह ने विपक्षी दलों खासकर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, “सरकारी नौकरी के लिए नियुक्तियों का विज्ञापन निकलने पर लोग सैफई से झोला लेकर निकल पड़ते थे. वहीं योगी शासन में पांच लाख नियुक्तियां हुई हैं और एक भी व्यक्ति यह नहीं कह सकता कि उसने लाखों रुपये देकर नियुक्ति पाई है.” उन्होंने कहा, “सपा के शासन में किसानों को बिजली का बिल देखकर करंट लग जाता था. बिजली गुल रहने से वह ठीक से रोटी भी नहीं खा पाता था. आज योगी के शासन में 18-24 घंटे बिजली मिल रही है और वही किसान अब पत्नी की सूरत देखकर दो रोटी ज्यादा खा लेता है.”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा कथित तौर पर मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से करने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “मैं पूछना चाहता हूं कि क्या इस देश में जिन्ना का शासन होना चाहिए जिसने देश का बंटवारा करने के बाद पाकिस्तान में हिंदुओं का कत्लेआम करवाया और ट्रेन में हिंदुओं की लाशें भरवाकर हिंदुस्तान भेजा.” उन्होंने कहा, “जो पार्टी जिन्ना का सम्मान करती है क्या उसे वोट देना चाहिए या फिर विभिन्न रियासतों को एक करने वाले सरदार पटेल का जो पार्टी सम्मान करती है, उसे वोट देना चाहिए. आखिर अखिलेश क्या चाहते हैं कि हिंदू मुसलमान से लड़े. योगी के शासन में हिंदू मुस्लिम गरीबी से लड़ेगा.”
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स्वतंत्र देव सिंह ने आरोप लगाया, “प्रयागराज से लेकर गाजीपुर और मऊ तक में पहले जब गुंडे निकलते थे तो ये नेता उन पर इत्र छिड़कते थे, पुलिस झाड़ू लगाती थी और रास्ता साफ कर दिया जाता था.”प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया, “योगी के शासन में गुंडे जेल से बाहर आने में डरते हैं.”