"यह मेरा सौभाग्य है": NDA की मीटिंग में शामिल होने का बुलावा मिलने पर जीतन राम मांझी

जीतन राम मांझी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि महागठबंधन से बाहर आने के बाद मुझे एनडीए की मीटिंग में शामिल होने का मौका मिला.

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जीतन राम मांझी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: आज दिल्ली में NDA के सभी 38 दलों की बैठक हो रही है. बैठक आज शाम 5 बजे से दिल्ली के अशोक होटल में होनी है. इस बैठक के लिए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी को भी आमंत्रण भेजा गया है. बैठक के लिए न्यौता मिलने पर मांझी ने एनडीए के नेताओं को धन्यवाद दिया है.

जीतन राम मांझी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि महागठबंधन से बाहर आने के बाद मुझे एनडीए की मीटिंग में शामिल होने का मौका मिला.  इसके लिए हम एनडीए के नेताओं को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं. बिहार में नीतीश कुमार का कुशासन है, जिसकी वजह से गरीब तबके के लोग काफी परेशान हैं, चाहे महिला हो, किसान हो, मजदूर हो सब की हालत बहुत खराब है.

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उन्होंने आगे कहा कि चिराग आए हैं यह बहुत अच्छी बात है, मैं उनका स्वागत करता हूं, हिंदुस्तान का दलित वोट प्रभावशाली हो गया है. दलित समाज एक साथ आ गया है, सब मोदी जी का हाथ मजबूत करेंगे, वह दलितों के प्रति समर्पित हैं. चाचा- भतीजे की जो बात है वह आंतरिक मामला है घरेलू मामला है. चिराग युवा है और इनके आने से इंडिया और मजबूत होगा.

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बिहार के पूर्व सीएम मांझी ने पटना में हुई बैठक पर कहा कि पटना का कोई असर नहीं है, जो दिल्ली में बैठक होने जा रही है, पटना में जो बैठक हुई उसके बाद जेडीयू के नेता इधर-उधर झांकने लगे, महाराष्ट्र में टूट हो गई. वह तो एक अपशकुन हुआ महागठबंधन के लिए. यह 2 सप्ताह के लिए गठबंधन बना है, लेकिन जो बीजेपी का गठबंधन है वह सेवा के लिए है या अकेले भी सत्ता में आ सकते थे, लेकिन सबको साथ लेकर चल रहे हैं.

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महागठबंधन पर तंज कसते हुए मांझी ने कहा कि उनके अंदर तो बहुत मतभेद हैं, दिल्ली में केजरीवाल के साथ कांग्रेस का है, बंगाल में ममता बनर्जी कह रही है कि हम कांग्रेस और लेफ्ट को साथ लेकर नहीं चलेंगे, वहां कोई नेतृत्व नहीं है.

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बिहार में हर जगह भ्रष्टाचार फैला हुआ है कुशासन है. किसी का कोई काम ही नहीं हो रहा है, जिस गरीबों को जमीन का जो पर्चा मिला है उस पर दूसरे लोग कब्जा कर रहे हैं, बालू नीति लूट मची हुई है. बिहार में हम लोग आए हैं, उससे अब वहां कोई लड़ाई है ही नहीं. खासतौर से जब से नीतीश कुमार ने यह बात कही है कि तेजस्वी प्रसाद मुख्यमंत्री बने हैं. उससे कमजोर वर्ग के लोग काफी नाराज महसूस कर रहे हैं. वह एक काला दिन महसूस कर रहे हैं. उनको लगता है कि जमीन की लड़ाई हो, बलात्कार का मामला हो, हत्या, डकैती का मामला हो, यह सारे एक दल के लोग ही करते हैं. वह लोग नहीं चाहते हैं नीतीश कुमार के हटने के बाद तेजस्वी यहां के मुख्यमंत्री बने. वह यही चाहते हैं कि यहां एनडीए और भाजपा की सरकार बने.

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